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राम मंदिर निर्माण के लिए पत्थर आने शुरू

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, सोमवार, 21 दिसंबर 2015 (10:09 IST)
नई दिल्ली। अयोध्या में करीब आठ साल बाद राम मंदिर निर्माण के लिए पत्थर आने का काम अचानक फिर से शुरू हो गया है। इन शिलाओं को पूजने के बाद रामसेवकपुरम में रखा जा रहा है और यहीं से इन्हें निर्माण स्थल पर भेजा जाएगा। 
रामजन्मभूमि न्यास की ओर से यह ऐलान भी हुआ है कि अब मंदिर बनाने का समय आ गया है। वहीं, बाबरी मस्जिद केस के पक्षकार हाशिम अंसारी का कहना है कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है, जो फैसला होगा वह उसे मानेंगे। उन्होंने सरकार से शिला पूजन रोके जाने की अपील की है। वहीं दूसरी तरफ इस नए घटनाक्रम के बाद पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया है।
 
रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष नृत्य गोपालदास ने कहा कि एक बार शिला पूजन हुआ तो अवरोधक ढांचा हट गया और अब पुनः शिला पूजन किया गया है। मंदिर निर्माण की पूरी तैयारी कर ली गई है और शीघ्र ही मंदिर का निर्माण होगा। शिला पूजित रहेंगी तभी तो मंदिर का निर्माण होगा। केवल पत्थर से ही मंदिर का निर्माण होना है। 
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राम मंदिर समर्थक साधु-संतों ने ये भी संकेत दिया कि अब वह राज्यसभा के बहुमत का और इंतजार नहीं करेंगे। गोपालदास का कहना है कि राम जन्मभूमि पर राम मंदिर निर्माण की पूरे देश में भव्य तैयारी हो रही है और बहुत जल्दी राम मंदिर निर्माण का कार्य प्रारम्भ हो जाएगा।
 
बाबरी मस्जिद केस के पक्षकार हाशिम अंसारी का कहना है कि जो लोग आजादी के बाद से आज तक बाबरी मस्जिद को मंदिर बनाने के षड्यंत्र कर रहे हैं वे अपने मजहब का मजाक उड़ा रहे हैं। देश के कानून का मजाक उड़ा रहे हैं, मैं देश के प्रधानमंत्री से सवाल कर रहा हूं कि जो शिला पूजन हो रहा है, उसे रोका जाए। महंत नृत्यगोपाल दास के मुताबिक मंदिर निर्माण जल्द शुरू करवाने को लेकर धर्माचार्यों का एक दल जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेगा।
 
उल्लेखनीय है कि इसी साल जून में विश्व हिंदू परिषद ने ऐलान किया था कि वह मंदिर निर्माण के लिए देश भर से पत्थर इकट्ठा करेगी। राम मंदिर निर्माण के लिए करीब 2.25 लाख क्यूबिक फुट पत्थरों की जरूरत है और करीब 1.25 लाख क्यूबिक फुट पत्थर अयोध्या में बने वीएचपी मुख्यालय में तैयार रखे हैं। शेष एक लाख क्यूबिक फुट पत्थर देश भर से इकट्ठा किए जाने हैं।

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