Mahadav Betting App : महादेव बेटिंग ऐप के मालिक रवि उप्पल को दुबई में हिरासत में लिया गया है। दुबई पुलिस ने इंटरपोल द्वारा जारी नोटिस के आधार पर उसे 2 साथियों समेत गिरफ्तार किया है।
उल्लेखनीय है कि ईडी ने तीन नवंबर को दावा किया था कि फॉरेंसिक विश्लेषण और नकदी पहुंचाने के आरोपी दास द्वारा दिए गए एक बयान से 'चौंकाने वाले आरोप' सामने आए हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब तक लगभग 508 करोड़ रुपए का भुगतान किया है और यह जांच का विषय है।
केंद्र सरकार ने नवंबर में ही महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप सहित 22 गैरकानूनी ऐप्स और वेबसाइट को ब्लॉक कर दिया था।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने आरोप से इनकार किया था और भाजपा पर विधानसभा चुनाव में हार की आशंका में ईडी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था। बहरहाल चुनावों में कांग्रेस की करारी हार हुई।
छत्तीसगढ़ में आज विष्णु देव साय के शपथ ग्रहण समारोह से पहले ही रवि उत्पल की गिरफ्तारी से पूर्व सीएम भूपेश बघेल की परेशानी बढ़ती नजर आ रही है।
किसकी है महादेव कंपनी : बता दें कि छत्तीसगढ के भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर पर अपने एक साथी रवि उप्पल के साथ महादेव गेमिंग-बेटिंग नामक ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप का दुबई से संचालन करने का आरोप है, जिसका सालाना कारोबार 20 हजार करोड़ से अधिक का बताया जाता है। सौरभ चंद्राकर के बारे में बताया जाता है कि वह छत्तीसगढ़ के भिलाई का रहने वाला है। उसके पिता नगर निगम में पंप ऑपरेटर थे। 2019 में वो दुबई गया था और ऐप लॉन्च किया, जिसके बाद वो सट्टा बाजार का किंग बन गया।
कैसे महादेव ऐप पर चलता है रैकेट?
रिपोर्ट के मुताबिक यूएई में स्थित ऐप प्लेटफ़ॉर्म के कॉल सेंटर्स हैं, जो नीदरलैंड, नेपाल, श्रीलंका और यूएई के माध्यम से संचालित होते हैं। जब ग्राहक इस केंद्र पर कॉल करते हैं, तो उन्हें व्हाट्सऐप नंबर पर विवरण भेजने के लिए कहा जाता है। फिर विवरण भारत में पैनल ऑपरेटरों के साथ साझा किया जाता है, जो खासतौर से मुंबई और दिल्ली में काम कर रहे हैं और चंडीगढ़ व छत्तीसगढ़ जैसे कुछ छोटे शहरों में भी काम कर रहे हैं। ऐसे 4,000-5,000 पैनल ऑपरेटर हैं जो यूपीआई और बैंक खातों के माध्यम से ग्राहकों के साथ बैंक लेनदेन शुरू करते हैं। इन ऑपरेटरों के पास फर्जी बैंक खाते हैं, जहां पैसे की हेराफेरी की जाती है। इन पैनल ऑपरेटरों का औसत दैनिक लाभ दैनिक आधार पर 150-200 करोड़ रुपए के बीच है। हर सोमवार को महादेव ऐप से हिसाब-किताब किया जाता है।
क्या है महादेव ऐप का खेल?
इंटरनेट की दुनिया में कई तरह के ऐप सक्रिय हैं। महादेव ऐप भी एक ऐसा ही ऐप है। बता दें कि महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग ऐप कई वेबसाइट व ऐप का एक सिंडिकेट है। बेटिंग ऐप को 70:30 के लाभ अनुपात पर फ्रेंचाइजी देकर चलाया जाता है। इसका हेडक्वार्टर UAE में है। इस ऐप्लिकेशन के कॉल सेंटर श्रीलंका, नेपाल में भी बताए जा रहे हैं। इस कंपनी पर अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों को नए उपयोगकर्ता दिलाने, बेनामी बैंक खातों व पैसों की हेरा-फेरी करने जैसे आरोप हैं। हाल ही में ED ने सितंबर महीने में महादेव ऑनलाइन लॉटरी ऐप मामले की जांच करते हुए कोलकाता, भोपाल, मुंबई समेत देश के कई शहरों में छापेमारी कर के 417 करोड़ की संपत्ति जब्त की थी और कई लोगों को गिरफ्तार किया था।
क्या सट्टेबाजी का खेल होता है ऐप पर : कहा जा रहा है कि महादेव गेमिंग ऐप केस कथित रूप से अवैध सट्टेबाजी के लिए एक प्लेटफॉर्म मुहैया कराता है। जानकारी आ रही है कि यह कंपनी कथित तौर से क्रिकेट, टेनिस बैडमिंटन, पोकर और कार्ड गेम समेत कई लाइव गेम्स ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्रदान कराती है।