मुंबई। रिजर्व बैंक (RBI) के प्रमुख शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को क्रेडिट पॉलिसी का ऐलान कर दिया। नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। इससे ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं होगा। जानिए क्रेडिट पॉलिसी की खास बातें...
-आरबीआई गवर्नर ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति के सभी सदस्यों ने मुद्रास्फीति के उच्च स्तर को देखते हुए नीतिगत दर को यथावत रखने के पक्ष में निर्णय किया। रेपो दर 4 प्रतिशत पर बरकरार है, वहीं रिवर्स रेपो दर 3.35 प्रतिशत पर बनी रहेगी।
-आरबीआई ने मौद्रिक नीति में नरम रुख को बरकरार रखा, सर्दियों में महंगाई दर में कमी आने की उम्मीद जताई
-अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार दिख रहा है और क्षेत्र भी सुधार की राह पर लौट रहे हैं।
-चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में दिखे आर्थिक पुनरूद्धार के शुरुआती संकेत। हम सुनिश्चित करेंगे कि अर्थव्यवस्था में पर्याप्त नकदी उपलब्ध हो, जरूरत पड़ने पर आवश्यक कदम उठाएंगे।
-रिजर्व बैंक वित्तीय प्रणाली में जमाकर्ताओं का हित सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध।
-कार्ड से संपर्करहित लेन-देन की सीमा जनवरी 2021 से 2000 से बढ़ाकर 5000 रुपए कर दी जाएगी।
-आरटीजीएस प्रणाली अगले कुछ दिन में सप्ताह के सातों दिन 24 घंटे काम करने लगेगी।
-चालू वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था में 7.5 प्रतिशत गिरावट का अनुमान।
-उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति तीसरी तिमाही में 6.8 प्रतिशत, चौथी तिमाही में 5.8 प्रतिशत रहने का अनुमान।
-वाणिज्यिक व सहकारी बैंक 2019- 20 का मुनाफा अपने पास ही रखेंगे और वित्त वर्ष के लिए किसी लाभांश का भी भुगतान नहीं करेंगे।