मुंबई। कोरोना के कारण अर्थव्यवस्था में हुई गिरावट और त्योहारी सीजन के मद्देनजर मांग बढ़ाने के लिए ब्याज दरों में कमी किए जाने की उम्मीद लगाए लोगों को शुक्रवार को रिजर्व बैंक ने किया निराश। रेपो रेट और रिवर्स रेपो दर में नहीं किया कोई बदलाव।
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समीक्षा के बारे में जानकारी देते हुए यह बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि आरबीआई आर्थिक वृद्धि को समर्थन देने के लिए उदार रुख को बनाए रखेगा। नरम रुख से कोविड-19 से प्रभावित अर्थव्यववस्था को गति देने के लिए जरूरत पड़ने पर नीतिगत दरों में कटौती की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि नीतिगत दर रेपो को 4 प्रतिश्त पर बरकरार रखा जा रहा है। रिवर्स रेपो दर 3.35 प्रतिशत पर बनी रहेगी।
दास ने कहा कि मैद्रिक नीति समिति ने नीतिगत दर को यथावत रखने और आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए उदार रुख बनाये रखने के पक्ष में मतदान किया।
शक्तिकांत दास ने कहा कि हाल में आए आर्थिक आंकड़ों से अच्छे संकेत मिल रहे हैं। ग्लोबल इकोनॉमी में रिकवरी के मजबूत संकेत मिल रहे हैं। मैन्युफैक्चरिग, रिटेल बिक्री में कई देशों में रिकवरी दिखी है। खपत, एक्सपोर्ट में भी कई देशों में सुधार दिखा है।
उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्थआ में तेजी की उम्मीद बनी हुई है। हम बेहतर भविष्य के बारे में सोच रहे हैं। सभी सेक्टर में हालात बेहतर हो रहे है। ग्रोथ की उम्मीद दिखने लगी है।