नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को अयोध्या में विवादित जमीन पर राम मंदिर बनाने का आदेश दिया। शीर्ष अदालत ने मंदिर निर्माण के लिए 3 माह में ट्रस्ट बनाने का फैसला दिया है। सुन्नी वक्फ बोर्ड को भी मस्जिद बनाने के लिए 5 एकड़ की जमीन मिलेगी। सुप्रीम कोर्ट के बड़े फैसले पर जानिए किसने क्या कहा...
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि यह एक लैंडमार्क सेट करने वाला निर्णय है। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील जफरयाब जिलानी ने कहा कि हम अदालत के फैसले का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि हम इस फैसले से संतुष्ट नहीं हैं। फैसले के अध्ययन के बाद ही हम आगे की रणनीति तय करेंगे।
हिन्दू महासभा के वकील वरुण कुमार सिन्हा ने फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि यह एक ऐतिहासिक फैसला है। हम इस फैसले के साथ हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 'विविधता में एकता' का संदेश दिया है।
पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि यह एक संतुलित निर्णय है, जैसे एक मां को उसके बेटे का अधिकार मिलने पर आनंद मिलता है, वैसे ही यह फैसला है। सभी को शांत भाव से एक दीप जलाकर आनंद लेना चाहिए।
निर्मोही अखाड़े के वरिष्ठ पंच महंत धर्मदास ने कहा कि विवादित स्थल पर अखाड़े का दावा खारिज होने का कोई अफसोस नहीं है, क्योंकि वह भी रामलला का ही पक्ष ले रहा था। उन्होंने कहा कि न्यायालय ने रामलला के पक्ष को मजबूत माना है। इससे निर्मोही अखाड़े का मकसद पूरा हुआ है।
अजमेर दरगाह के दीवान जैनुअल आबेदीन अली खान ने अयोध्या मामले पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत किया है और लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की है।
दिल्ली के मख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कहा कि अयोध्या मामले पर उच्चतम न्यायालय के फैसला का स्वागत करते हैं, जिससे दशकों पुराने विवाद का अंत हुआ। मैं शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण माहौल बनाए रखने की अपील करता हूं।