गुजरात में चुनावी माहौल के बीच दो दिन पूर्व ही में पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति यानी पास को छोड़कर के सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हुए हार्दिक के पूर्व सहयोगी और पास के प्रवक्ता वरुण पटेल तथा महिला नेता रेशमा पटेल की सोमवार देर रात अहमदाबाद शहर के एक होटल में आयोजित पत्रकार सम्मेलन को पास के हार्दिक पटेल के कुछ कथित कार्यकर्ताओं के हंगामे के चलते स्थगित कर देना पड़ा।
यहां राजपथ क्लब के पास शबरी होटल में आयोजित प्रेस वार्ता रात करीब साढ़े दस बजे शुरू हुई। रेशमा इस दौरान हार्दिक पर कांग्रेस का एजेंट और समाज का गद्दार होने के आरोप लगा रही थीं। उन्होंने उन्हें खुल कर राजनीति में आने की चुनौती दी। वरूण ने भी कई तरह के सवाल उठाए तभी अचानक वहां पहुंचे पास के समर्थकों ने हंगामा शुरू कर दिया।
उन्होंने पत्रकारों को वहां से चले जाने को कहा और नारेबाजी करने लगे। इनमें से एक ने कहा कि वह रेशमा और वरूण जैसे गद्दारों का विरोध करने आए हैं।
उधर रेशमा ने कहा कि यह कांग्रेस के मुट्ठी भर एजेंट हैं और वह इनसे डरने वाली नहीं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पाटीदार समाज की तीन प्रमुख मांगे मान ली है तथा साफ कह दिया है कि इसे ओबीसी के तौर पर आरक्षण देना संभव नहीं है। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है और हार्दिक भी उसका एजेंट बन कर समाज को भ्रमित कर रहा है। हंगामे के बीच वरूण और रेशमा ने भी नारेबाजी की। (वार्ता)