रक्षा सौदे में कुछ लोगों द्वारा रिश्वत लेने के मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा को बड़ा झटका लगा है। प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को वाड्रा की कंपनियों से जुड़े कुछ लोगों के परिसरों में छापे मारे हैं। वहीं दूसरी ओर वाड्रा के वकील ने इस कार्रवाई को बदले की राजनीति और दुर्भावनापूर्ण बताया है।
खबरों के मुताबिक, रक्षा सौदे में कुछ लोगों द्वारा रिश्वत लेने के संबंध में ईडी ने दिल्ली-एनसीआर में वाड्रा के करीबियों के ठिकानों पर छापे मारे हैं। ये छापे स्काईलाइट हॉस्पिटलिटी के सुखदेव विहार स्थित कार्यालय में मारे गए।
वाड्रा के वकील के मुताबिक लाइट हॉस्पिटैलिटी के लिए काम कर रहे हमारे लोगों को भीतर बंद कर दिया गया है। किसी को अंदर जाने की इजाजत नहीं है। उनका कहना है पिछले साढ़े चार साल में कुछ भी नहीं मिला है, जिस वजह से वे हमारे खिलाफ जालसाजी कर रहे हैं।
उनका कहना है कि मेरे क्लाइंट को ईडी की तरफ से 3 समन जारी किए गए हैं लेकिन सच ये है कि हमें एक भी समन नहीं मिला है। ईडी के अधिकारियों के पास सर्च वारंट नहीं है, इसके बावजूद छापेमारी की कार्रवाई की गई।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय ने रॉबर्ट वाड्रा को समन भेजा था जिसके बाद वाड्रा ने सरकार पर राजनीतिक रूप से पीछे पड़ने और सरकारी विभागों के जरिए उनकी प्रतिष्ठा धूमिल करने का आरोप लगाया था।