Kangana comment on farmers: अखिल भारत किसान सभा (AIKS) ने सोमवार को किसानों के प्रदर्शन को लेकर दिए गए बयान के लिए भाजपा की लोकसभा सदस्य और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत की आलोचना की। रनौत ने कहा था कि यदि शीर्ष नेतृत्व पर्याप्त मजबूत नहीं रहा होता तो अब निरस्त किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन से देश में बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा हो सकती थी। कांग्रेस ने कंगना को पार्टी से निकालने की मांग की है।
मंडी सीट से सांसद रनौत ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर साझा किए गए एक वीडियो में आरोप लगाया कि किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान शव लटके थे और दुष्कर्म की घटनाएं हो रही थीं। एआईकेएस अध्यक्ष डॉ. अशोक धावले ने कहा कि रनौत की टिप्पणियां अत्यधिक निंदनीय थीं। उन्होंने कहा कि अभिनय जगत से राजनीति में आईं रनौत ने ये टिप्पणियां अपने बाहरी और आंतरिक आकाओं को खुश करने के लिए कीं जो कृषि को निगलना चाहते हैं।
एआईकेएस के बयान में दावा किया गया है कि तीन कृषि कानूनों से देश की संप्रभुता और खाद्य सुरक्षा से समझौता करना पड़ता। बयान में कहा गया कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संघर्ष कठोर मौसम, कोरोना महामारी और सरकार की हिंसा के बावजूद जारी रहा जिसमें 736 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी।
धावले की तीखी टिप्पणी : धावले ने कहा कि प्रतिक्रियावादी सांप्रदायिक ताकतों, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम को धोखा दिया और अंग्रेजों के पिट्ठू के रूप में काम किया, को किसानों और मेहनतकश लोगों की देशभक्ति पर सवाल उठाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को माफी मांगनी चाहिए और उच्चतम न्यायालय को स्वत: संज्ञान लेना चाहिए क्योंकि रनौत की टिप्पणी का उद्देश्य किसानों के बीच कलह पैदा करना है।
क्या कहा भाजपा ने : इस बीच भाजपा ने सोमवार को किसानों के प्रदर्शन से संबंधित रनौत की विवादास्पद टिप्पणी से असहमति जताई और कहा कि उन्हें भविष्य में ऐसी टिप्पणी नहीं करने का निर्देश दिया गया है। भाजपा ने एक बयान में कहा कि किसान आंदोलन को लेकर भाजपा सांसद कंगना रनौत का बयान पार्टी की राय को नहीं दर्शाता। भाजपा रनौत के बयान से असहमति जताती है। रनौत को पार्टी के नीतिगत मुद्दों पर बयान देने की न तो अनुमति है और न ही वह इसके लिए अधिकृत हैं।
कंगना को पार्टी से निकालो : भाजपा द्वारा अपनी सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत के किसानों से जुड़े विवादित बयान से असहमति जताए जाने के बाद सोमवार को कहा कि यदि सत्तारूढ़ दल अपनी सांसद की टिप्पणियों से असहमत है तो उन्हें पार्टी से बाहर करे। कांग्रेस के सोशल मीडिया विभाग की प्रमुख और प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने यह भी कहा कि सरकार को कंगना के इस दावे पर स्पष्टीकरण देना चाहिए कि अमेरिका और चीन देश के अंतर अस्थरिता की साजिश कर रहे थे।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया ने कहा कि किसी नेता ने आज तक अन्नदाताओं के खिलाफ उन शब्दों का इस्तेमाल नहीं था, जो कंगना रनौत ने किए हैं। उनका कहना था कि कंगना के बयान पर आक्रोश पैदा हुआ तो भाजपा से उसका आधिकारिक रुख के बारे में पूछा गया। हरियाणा का चुनाव का नजदीक है और पता है कि भाजपा हारने जा रही है। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala