जम्मू। पुलवामा हमले के बाद ही भारत और पाकिस्तान में तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं। देशभर में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी ऐलान कर चुके कि शहीद जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। खबरें आ रही हैं कि भारत, पाकिस्तान के खिलाफ कोई बड़ा कदम उठा सकता है। तनावपूर्ण माहौल के बीच सोशल मीडिया पर भी कई प्रकार की अफवाहें फैल रही हैं। कश्मीर में 14 सालों के बाद बीएसएफ की करीब 35 कंपनियों की तत्काल जम्मू-कश्मीर में तैनाती के बाद ऐसी अफवाहों को और बल मिल रहा है।
सोशल मीडिया पर वे अफवाहें हैं कि भारत, पाकिस्तान के खिलाफ मिनी युद्ध छेड़ सकता है। सोशल मीडिया पर ये भी अफवाहें हैं कि बीएसएनएल को छोड़कर कश्मीर डिवीजन में कुछ टेलीफोन ऑपरेटर्स पर प्रतिबंध की संभावना है। जम्मू-कश्मीर सरकार ने सर्कुलर जारी कर दिए हैं जिनकी कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। इसमें कश्मीर के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को रविवार को जेके मेडिकल आपूर्ति निगम से आवश्यक दवाइयां और ऑपरेशन में प्रयुक्त होने वाले साधनों को इकट्ठा करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। पुलवामा हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है और इसका असर जम्मू-कश्मीर में देखा जा रहा है।
इन अफवाहों को तड़का बीसियों अलगाववादी नेताओं की गिरफ्तारियां भी लगाती थीं। राज्य सरकार ने अपने सभी कर्मचारियों व अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर इस माहौल को और असमंजसभरा बना दिया है। एलओसी के पास के 29 गांवों को खाली करने का निर्देश भी दिया गया है। जेकेबीओएसई ने अगली परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है। पुलिस सफाई दे रही है कि ये सभी कवायदें लोकसभा चुनावों के लिए हैं। हालांकि एक खबर यह भी है कि राज्य में कश्मीर की 3 संसदीय सीटों पर चुनाव टालने की तैयारी है।
गृह मंत्रालय ने शुक्रवार देर रात को इन कंपनियों की तत्काल रवानगी का आदेश दिया। इस आदेश में इस बात का जिक्र नहीं है कि इतनी अधिक फोर्स की तैनाती क्यों की जा रही है, लेकिन कहा जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट में अनुच्छेद 35ए पर 26 से 28 फरवरी के बीच सुनवाई है। इसमें कोई फैसला आ सकता है। इसके मद्देनजर ही सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा गया है। हालांकि ऐसी अफवाहें सिर्फ सोशल मीडिया पर हैं और इनकी आधिकारिक पुष्टि नहीं है।