नई दिल्ली। गुजरात चुनाव से ठीक पहले भरुच से दो संदिग्ध आतंकियों की गिरफ्तारी पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा राज्य सभा सांसद अहमद पटेल के बीच सियासी जंग छिड़ गई है।
रुपाणी ने अहमद पटेल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि बुधवार को भरुच के जिस अस्पताल से आईएस के दो संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया, अहमद पटेल का उनसे संबंध रहा है। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस नेता के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि उन्हें इस पर सफाई देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को स्पष्टीकरण देना चाहिए।
उधर अहमद पटेल ने इन आरोपों को यह कहते हुए खारिज कर दिया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि हम आपसे अनुरोध करते हैं कि चुनाव को देखते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए।
राज्य सभा सांसद अहमद पटेल ने अपने दूसरे ट्वीट में कहा कि शांति से प्यार करने वाले गुजरातियों को आतंकवाद से लड़ने के नाम पर न बांटा जाए। भाजपा द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार है। आतंकवादियों को पकड़ने के लिए मैं और मेरी पार्टी दोनों ही एटीएस के प्रयासों की सराहना करता हूं। गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकवादियों के खिलाफ मैं सख्त और त्वरित कार्रवाई की मांग करता हूं।
प्राप्त खबरों के अनुसार अहमद ने अस्पताल के आधुनिक निर्माण में मदद की थी। वह अस्पताल के ट्रस्टी भी रहे थे लेकिन 2014 में इस पद से इस्तीफा दे दिया था।
गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने बुधवार को आईएस के दो संदिग्ध आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें से एक आतंकी कासिम टिंबरवाला की पहचान अंकलेश्वर के अस्पताल कर्मचारी के रूप में हुई है। वहीं दूसरा आतंकी उबैद पेशे से वकील है। (वार्ता)