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ग्रामीण उद्यमियों के लिए नई डिजाइन एवं नवाचार लैब

हमें फॉलो करें ग्रामीण उद्यमियों के लिए नई डिजाइन एवं नवाचार लैब
, गुरुवार, 31 दिसंबर 2020 (13:10 IST)
नई दिल्ली, (इंडिया साइंस वायर) ग्रामीण उद्यमियों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), दिल्ली और केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत कॉमन सर्विसेज सेंटर (सीएससी) के बीच एक नई साझेदारी की घोषणा की गई है।

इसके अंतर्गत आईआईटी, दिल्ली के डिजाइन विभाग में डिजाइन एवं इनोवेशन लैब स्थापित की जाएगी, जहां शोधार्थी छात्र नवोन्मेषी डिजाइन पर शोध करेंगे, जिससे ग्रामीण उद्यमियों के कौशल में सुधार होगा और उनके जीवन-यापन को बेहतर करने में मदद मिलेगी। आईआईटी, दिल्ली द्वारा जारी किए गए एक ताजा वक्तव्य में यह जानकारी दी गई है।

सरकारी योजनाओं से संबंधित ई-सेवाओं को ग्रामीण और दूरस्थ स्थानों, जहां कंप्यूटर और इंटरनेट की उपलब्धता बेहद कम होती है, तक पहुंचाने के लिए कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) की शुरुआत की गई है।

सीएससी योजना के प्रमुख हितधारक ग्राम-स्तरीय उद्यमी (Village Level Entrepreneurs) हैं, जिन्हें सीएससी के संचालक के तौर पर जाना जाता है। देशभर में 2.70 लाख ग्राम-स्तरीय उद्यमियों का एक विस्तृत नेटवर्क है, जिनमें 1.63 लाख उद्यमी ग्राम पंचायतों में हैं, जो विभिन्न ऑनलाइन सुविधाओं के साथ-साथ हेल्थकेयर, उद्यमिता विकास और रोजगार उपलब्ध कराने से संबंधित सेवाएं उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

आईआईटी, दिल्ली और कॉमन सर्विसेज सेंटर (सीएससी) द्वारा संयुक्त रूप से स्थापित की जा रही ‘डिजाइन ऐंड इनोवेशन इन विलेज लेवल इंडिजेनस नेटवर्क ईकोसिस्टम’ (DIVINE) नामक नई लैब ग्रामीण उद्यमिता को केंद्र में रखकर नये उत्पाद एवं सेवाओं को विकसित करेगी। इस पहल के अंतर्गत ग्रामीण उद्यमियों के कौशल विकास के लिए नये कोर्सेज और डिजिटल अध्ययन सामग्री भी उपलब्ध करायी जाएगी। इस परियोजना का उद्देश्य युवा प्रतिभाओं को ग्रामीण उद्यमियों से जोड़ना है, ताकि बेहतर डिजाइन एवं प्रौद्योगिकी के जरिये स्थानीय समस्याओं के समाधान खोजे जा सकें।

सीएससी-एसपीवी के प्रबंध निदेशक डॉ दिनेश त्यागी ने कहा है कि “कॉमन सर्विसेज सेंटर और इसके संचालक उद्यमीय भावना से प्रेरित होते हैं। वे स्थानीय सामुदायिक वातावरण के अनुसार कार्य करते हैं और सीमित पहुंच वाले क्षेत्रों में डिजिटल कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने में मदद करते हैं। वे ग्राहकों या नागरिकों की एक विविध श्रेणी के लिए दिन-प्रतिदिन की समस्याओं से संबंधित समाधान उपलब्ध कराते हैं। डिजाइन लैब को आईआईटी, दिल्ली की विशेषज्ञता के साथ-साथ ग्राम-स्तरीय उद्यमियों के अनुभवों से भी लाभ होगा, जो इस साझेदारी में सेवाएं देने की स्थानीय वास्तविकताओं और चुनौतियों को बेहतर समझते हैं।”

आईआईटी, दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर वी. रामगोपाल राव ने कहा है कि “मुझे उम्मीद है कि यह साझेदारी आईआईटी दिल्ली के छात्रों को सीएससी के नेटवर्क से जुड़कर ग्रामीण भारत की समस्याओं की पहचान करने और उनका समाधान खोजने में सक्षम बनाएगी। आईआईटी दिल्ली में उपलब्ध विश्व स्तरीय संसाधन एवं विशेषज्ञता का उपयोग ग्रामीण समस्याओं के लिए उपयुक्त समाधान खोजने के लिए किया जा सकता है।”

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