POK के मुद्दे पर भारत के विदेशमंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ को दहशत में डाल दिया है। दरअसल, संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत के विदेश मंत्री ने वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा की। उन्होंने कोविड महामारी, यूक्रेन युद्ध और गाजा संघर्ष के प्रभावों पर जोर दिया। पाकिस्तान की आतंकवाद नीति की आलोचना करते हुए, उन्होंने टिकाऊ विकास और बहुपक्षवाद में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया। भारत के विकास मॉडल को साझा करने का प्रस्ताव रखा।
क्या कहा एस जयशंकर ने : विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान के साथ अब उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को खाली कराने का मुद्दा सुलझाना है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सीमा पार आतंकवाद की नीति कभी सफल नहीं होगी और उसके कृत्यों के निश्चित परिणाम मिलेंगे।
जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 79वें सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच अब केवल एक ही मुद्दा सुलझाया जाना शेष है कि पाकिस्तान अवैध रूप से कब्जाए गए भारतीय क्षेत्र को खाली करे और आतंकवाद के प्रति अपने दीर्घकालिक जुड़ाव को छोड़ दे।
अपने कर्मों का फल भुगत रहा पाक : विदेश मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि यह (पाकिस्तान का) 'कर्म' ही है कि उसकी बुराइयां अब उसके अपने समाज को निगल रही हैं। उन्होंने कहा, 'कई देश अपने नियंत्रण से परे परिस्थितियों के कारण पीछे छूट जाते हैं, लेकिन कुछ देश जानबूझकर ऐसे फैसले लेते हैं, जिनके परिणाम विनाशकारी होते हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान है'
आतंकवाद नीति कभी सफल नहीं होगी : एस जयशंकर ने कहा, 'हमने कल इसी मंच पर कुछ अजीबोगरीब बातें सुनीं। इसलिए मैं भारत की स्थिति को पूरी तरह स्पष्ट कर देना चाहता हूं। पाकिस्तान की सीमा-पार आतंकवाद की नीति कभी सफल नहीं होगी और उसके सजा से बचने की कोई उम्मीद नहीं है। इसके विपरीत, कृत्यों के निश्चित रूप से परिणाम होंगे'
Edited By: Navin Rangiyal