नई दिल्ली। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे को लेकर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बृहस्पतिवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जब तक सभी सुरक्षित नहीं है तब तक कोई सुरक्षित नहीं है। पाकिस्तान पर परोक्ष निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि चाहे अफगानिस्तान हो या भारत लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठन बेधड़क और शह पर ऑपरेट कर रहे हैं।
उन्होंने कहा-हमारे बिल्कुल पड़ोस में ISIL-Khorasan (ISIL-K) इस वक्त लगातार अपने पांव पसारने की कोशिश कर रहा है। अफगानिस्तान में हुए घटनाक्रम ने इसके क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रभावों के मद्देनजर दुनियाभर की चिंता बढ़ा दी है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि आतंकवाद की नर्सरियों को अनदेखा नहीं किया जा सकता और इनके बढ़ते संसाधनों पर से निगाह नहीं हटाई जा सकती। हमें यह बात याद रखनी होगी कि जो बात कोरोना के लिए सही है वो आतंकवाद के भी सटीक है। हम लोगों में कोई सुरक्षित नहीं है जब तक सभी सुरक्षित नहीं हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि अगले महीने अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए आतंकी हमले के बीस साल पूरे हो जाएंगे। साल 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले की बुरी यादें अब तक हमारे दिमाग में ताजा हैं। इसके अलावा 2016 में पठानकोट हमला और 2019 में पुलवामा में आत्मघाती हमला इसके और ताजा उदाहरण हैं। हम आतंकवाद रूपी इस राक्षस से कभी समझौता कर सकते।