इंदौर। सार्क देशों के सदन अध्यक्षों के सम्मेलन का इंदौर में उदघाटन करते हुए लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने पं. दीनदयाल उपाध्याय और देवी अहिल्याबाई होलकर को याद किया। उन्होंने कहा कि अंतिम पंक्ति के व्यक्ति के विकास की बात दीनदयाल जी ने बहुत मजबूती से रखी थी।
उन्होंने कहा कि ये सम्मेलन इंदौर में हो रहा है जहाँ से वे लगातार नौ बार चुनी गईं। पिछले 28 सालों से इस शहर का प्रतिनिधित्व कर रही हैं और इस बात पर उन्होंने गर्व है। ये उन्हें दरअसल विरासत में मिला है। देवी अहिल्याबाई होलकर ने यहाँ 17 वीं सदी में महारानी की तरह नहीं बल्कि माँ की तरह काम किया। उन्होंने तब महिलाओं को समानता का दर्जा और अधिकार दिलवाए।
सम्मेलन में लोकसभा उपाध्यक्ष डॉ. थंबीदुरई, अंतर संसदीय संघ के अध्यक्ष साबिर चौधरी, अफगानिस्तान नेशनल असेंबली स्पीकर अब्दुल रऊफ इब्रहिमी, बांग्लादेश संसद की अध्यक्ष डॉ. शिरीन शर्मिन चौधरी, भूटान नेशनल असेंबली स्पीकर जिग्मे जाग्पो, श्रीलंकाई संसद के अध्यक्ष कारू जयसूर्या, नेपाल के स्पीकर ओनसारी घरती और मालदीव स्पीकर अब्दुल्ला मसीह मोहम्मद भाग ले रहे हैं।
सम्मेलन में दक्षिण एशिया में सतत विकास लक्ष्यों के क्रियान्वयन के लिए संसाधनों और सतत विकास के लक्ष्यों के क्रियान्वयन के बारे में जानकारी दी जाएगी। इस दौरान महिला-पुरुष समानता विषय पर भी सत्र आयोजित किया जा रहा है। इसमें जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक आपदाओं की चुनौती के साथ प्रभावी ढंग से निपटने और और संसाधनों के आदान-प्रदान पर भी चर्चा होगी।
इस सम्मेलन में पाकिस्तान को निमंत्रित किया गया था मगर पाकिस्तान से सम्मेलन में शामिल होने को लेकर किसी तरह की जानकारी नहीं मिली है।