Rajasthan Politics : राजस्थान की राजनीति इन दिनों पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा की लाल डायरी से गरमाई हुई है। 'लाल डायरी' के मुद्दे पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट का कहना है कि बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि वे केंद्र के साथ-साथ राज्य स्तर पर भी विफल रहे। अब उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं बचा है। वे आपसी झगड़ों में फंसे हुए हैं।
पायलट ने कहा कि आने वाले समय में देश के 4 राज्यों में राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मध्य प्रदेश में चुनाव होने जा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि चारों ही राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनेगी।
हाल ही में एबीपी और सी वोटर द्वारा किए गए एक सर्वे में अशोक गहलोत मुख्यमंत्री पद पर पसंद के मामले में नंबर 1 साबित हुए थे। वसुंधरा राजे सिंधिया नंबर 2 और सचिन पायलट नंबर 3 पर है।
क्या है लाल डायरी मामला : पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने एक 'लाल डायरी' का जिक्र करते हुए दावा किया था कि उन्होंने कांग्रेस नेता धर्मेंद्र राठौड़ के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर विभाग की छापेमारी के दौरान मुख्यमंत्री के निर्देश पर लाल डायरी को सुरक्षित रखा था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के कहने पर उन्होंने डायरी सुरक्षित रख ली थी। उन्होंने यह भी पूछा कि डायरी में आखिर क्या है?
लाल डायरी पर क्या बोले पीएम मोदी : पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने राजस्थान में सरकार चलाने के नाम पर सिर्फ लूट की दुकान चलाई है और झूठ का बाजार सजाया है। कांग्रेस का मतलब ही है -लूट की दुकान, झूठ का बाजार। लूट की इस दुकान का सबसे ताजा प्रोडक्ट है, राजस्थान की 'लाल डायरी'।
कहते हैं इस 'लाल डायरी' में कांग्रेस सरकार के काले कारनामे दर्ज हैं। लोग कह रहे हैं कि 'लाल डायरी' के पन्ने खुले तो अच्छे-अच्छे निपट जाएंगे। कांग्रेस के बड़े से बड़े नेताओं की इस 'लाल डायरी' का नाम सुनते ही बोलती बंद हो रही है। ये लोग भले ही मुंह पर ताला लगा लें, लेकिन ये 'लाल डायरी' इस चुनाव में कांग्रेस का डिब्बा गोल करने जा रही है।
अशोक गहलोत का पलटवार : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि असली लूट तो प्रधानमंत्री ने 'लाल सिलेंडर' को 1150 रुपए में बेचकर मचा रखी है। इसके साथ ही गहलोत ने दावा किया कि ऐसी कोई लाल डायरी मौजूद नहीं है और यह कपोलकल्पित है। आने वाले समय में जनता भाजपा को 'लाल झंडा' दिखाएगी।
उल्लेखनीय है कि राजेंद्र गुढ़ा ने 24 जुलाई को विधानसभा में 'लाल डायरी' को लेकर हंगामा किया और उसके बाद उन्हें विधानसभा से निलंबित कर दिया गया। इससे पहले 21 जुलाई को उन्हें सैनिक कल्याण राज्यमंत्री पद से बर्खास्त किया गया था। गुढ़ा का दावा है कि लाल डायरी में 'दो नंबर का लेन-देन दर्ज है।
Edited by : Nrapendra Gupta