मालेगांव विस्फोट मामले में जमानत पर रिहा हुईं साध्वी प्रज्ञासिंह ठाकुर ने कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया कि कांग्रेस ने मुझे खत्म करने की साजिश रची थी। आज में जिंदा हूं तो सिर्फ अपनी साधना के बल पर।
उन्होंने कहा कि मुंबई एटीएस के पुरुष अधिकारियों ने मुझे जितना प्रताड़ित परतंत्र और स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहले कभी ऐसा नहीं हुआ होगा। कांग्रेस ने मुझे साजिश करके फंसाया। भगवा आतंकवाद शब्द भी कांग्रेस की ही साजिश है।
प्रज्ञा ने कहा कि मुंबई एटीएस ने मुझे साजिश कर फंसाया और गैरकानूनी तरीके से बंधक बनाया। मुझे मारने की कोशिश की। प्रताड़ना के दौरान मेरे फेफड़े की झिल्ली तक फट गई थी। मैं शत-प्रतिशत निर्दोष हूं। मैं 9 वर्ष तक अन्याय का शिकार रही हूं।
भोपाल के सरकारी खुशीलाल आयुर्वेदिक अस्पताल में इलाज करा रही प्रज्ञा ठाकुर ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि वे बेकसूर हैं और कांग्रेस की साजिश का शिकार हुई हैं। उन्होंने कहा कि भगवा आतंकवाद शब्द कांग्रेस की देन। पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने पहली बार इसका इस्तेमाल किया था। भगवा आतंकवाद को सिद्ध करने के लिए ही उन्हें फंसाया गया।
साध्वी ने कहा कि वे अभी खुद को अर्धमुक्त कह सकती हैं, क्योंकि अदालत ने उन्हें बेहतर इलाज कराने और खुले वातावरण में सांस लेने का मौका दिया है। उन्होंने स्वयं को अदालत का शुक्रगुजार बताते हुए कहा कि उनकी बातों पर यकीन किया गया और जमानत दी गई। पूरी तरह से रिहाई अभी बाकी है। जब तक मामला खत्म नहीं हो जाता, वे मानसिक रूप से बंधन और तनाव में रहेंगी।
साध्वी ने मुंबई आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए कहा कि नौ सालों में उन्हें बहुत प्रताड़ित किया गया। वे सिर्फ अपने आत्मबल की वजह से जिंदा हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि वर्तमान सरकार जनता के साथ न्याय कर रही है।
29 सितंबर 2008 को महाराष्ट्र के मालेगांव में हुए ब्लास्ट में कई लोगों की मौत हुई थी और बहुत से घायल हुए थे। एटीएस ने इस मामले में साध्वी प्रज्ञा सहित 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। बॉम्बे उच्च न्यायालय ने दो दिन पहले ही इस मामले में साध्वी प्रज्ञा को जमानत दी है। (वेबदुनिया/वार्ता)