मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को 2021 के मादक पदार्थ मामले में नहीं फंसाने के लिए रिश्वत मांगने के आरोपी स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े ने अपनी याचिका में दावा किया है कि खान ने उनकी ईमानदारी की प्रशंसा थी और उनसे आर्यन के प्रति दया दिखाने का आग्रह किया था।
वानखेड़े ने रिश्वतखोरी के लिए सीबीआई द्वारा उनके खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी को रद्द करने का अनुरोध करते हुए बंबई उच्च न्यायालय के समक्ष दायर अपनी याचिका में यह दावा किया। वानखेड़े ने याचिका में कहा कि खान ने मामले में राजनीतिक बयानबाजी की निंदा की थी।
याचिका के मुताबिक, व्हाट्सऐप पर साझा संदेशों में से एक संदेश में खान ने कहा था, भगवान आपका भला करे। जब भी आप कहें तो मैं व्यक्तिगत रूप से आऊंगा और आपको गले लगाऊंगा। जब भी आपके लिए सुविधाजनक हो कृपया मुझे बताएं। सच तो यह है कि मैं सदा से आपकी ईमानदारी का बहुत आदर करता रहा हूं, और अब यह कई गुना बढ़ गया है। बड़ा सम्मान। लव एसआरके (शाहरुख खान)।
याचिका के मुताबिक, अभिनेता ने एक अन्य संदेश में कहा, कृपया थोड़ी दया दिखाएं, मैं केवल एक पिता के नाते यह आग्रह कर रहा हूं। वहीं वानखेड़े ने एक संदेश में अभिनेता से कहा कि वह बच्चे के प्रति दयालु रहना चाहते हैं और उसे सुधारात्मक दृष्टि से देखना चाहते हैं। लेकिन इस प्रयास को निहित स्वार्थी लोगों द्वारा बदनाम किया गया।
अभिनेता ने जवाब दिया कि उनका बेटा उसका (मादक पदार्थ मामले) हिस्सा नहीं था और आप जानते हैं कि उसकी संलिप्तता न के बराबर है। उसे केवल सुधार की जरूरत है।
बंबई उच्च न्यायालय ने बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान से 25 करोड़ रुपए की रिश्वत मांगने के आरोपी एवं स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े की गिरफ्तारी जैसी कोई कठोर कार्रवाई 22 मई तक नहीं करने का शुक्रवार को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को निर्देश दिया।
वानखेड़े पर आरोप है कि उन्होंने शाहरुख के बेटे आर्यन खान को क्रूज जहाज कॉर्डेलिया से मादक पदार्थ की जब्ती के मामले में नहीं फंसाने के लिए अभिनेता से रिश्वत मांगी थी।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)