सुबह पूरी दिल्ली आसमान से बरसी आफत से परेशान...दोपहर में सरकार के कार्यकलाप को अदालत की फटकार... और रात होते-होते 'सेक्स सीडी' ने पूरी राजधानी को हिलाकर रख दिया है। दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल कल्याण मंत्री संदीप कुमार को मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आधे घंटे में हटा दिया और ट्वीट करके उनको हटाने की जानकारी भी जाहिरात कर दी...
सेक्स सीडी में बाकायदा मंत्री संदीप कुमार महिला के साथ दिखाई दे रहे हैं जबकि 9 मिनट के वीडियो में बेहद आपत्तिजनक अवस्था में एक दूसरी महिला के साथ मंत्रीजी दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में संदीप कुमार अपने बिस्तर पर अर्द्धनग्न स्थिति में हैं। साफ जाहिर है कि मंत्रीजी 'गंदा' काम कर रहे हैं...
इस सेक्स सीडी को बाकायदा मुख्यमंत्री खुद देखते हैं और इस फैसले पर पहुंचते हैं कि 'गंदा' काम करने वाला उनका कैबिनेट मंत्री अपने पद पर नहीं रह सकता...गंदे काम की सीडी देखने के बाद केजरीवाल ने संदीप कुमार को अपना पक्ष रखने का भी मौका देना उचित नहीं समझा।
दिल्ली सरकार में 6 कैबिनेट मंत्रियों में से संदीप कुमार बाहर होने वाले चौथे मंत्री हैं। इससे पहले राखी बिड़लान, सोमनाथ भारती, जितेन्द्र तोमर और असीम अहमद खान की मंत्री पद की कुर्सी केजरीवाल छीन चुके हैं। संदीप कुमार के पहले जितने भी मंत्री हटाए गए, वे विवादों के कारण हटाए गए लेकिन महिला एवं बाल कल्याण मंत्री ने जो भी हरकत की है, वह शर्म से सिर झुका देने वाली है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सफाई देते हैं कि उनकी आप पार्टी जीरो टॉलरेंस पर काम करती है और हमने आधे घंटे के भीतर मंत्री को हटा दिया। आप पार्टी शुचिता की पक्षधर है। पार्टी में जिसने भी गलत काम किया है, उसे पद से हटा दिया गया है। देश मनीष सिसोदिया के साथ ही केजरीवाल से भी ये पूछना चाहता है कि यदि पार्टी में गलत लोग हैं तो क्या पद से हटाना ही इंसाफ है, उनकी सीधे पार्टी से छुट्टी क्यों नहीं कर दी जाती?
आप पार्टी क्यों भ्रष्ट और गंदा काम करने वाले विधायकों को पाल रही है? आम आदमी पार्टी उसूलों की बात करते नहीं थकती, लेकिन पार्टी से गलत काम करने वालों को पार्टी से बाहर करने की हिम्मत क्यों नहीं जुटाती? सोशल मीडिया पर बड़ी-बड़ी बात करने वाले नेता जितनी जल्दी मंत्रियों को पद से हटाने का फैसला लेकर वाहवाही लूटते हैं, उन्हें चाहिए कि गलत लोगों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने की भी हिम्मत जुटाएं...
पंजाब विधानसभा चुनावों से पहले आम आदमी पार्टी के लिए यह एक बड़ा झटका भी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बार-बार हमला करने वाले अरविंद केजरीवाल को शायद एक बार अपनी पार्टी के नेताओं और मंत्रियों की ओर भी देखना चाहिए कि कहीं उनके नेता और मंत्री पार्टी की छवि को निखारने की बजाय बिगाड़ तो नहीं रहे हैं? (वेबदुनिया न्यूज डेस्क)