मुंबई। भारतीय स्टेट बैंक ने अपने 25 करोड़ग्राहकों को नववर्ष का उपहार देते हुए न्यूनतम बैलेंस की सीमा शहरी इलाकों में तीन हजार रुपए से घटाकर एक हजार रुपए और अर्धशहरी तथा ग्रामीण इलाकों में घटाकर 500 रुपए कर दी है।
बैंक ने बताया कि न्यूनतम बैलेंस की नई सीमा जनवरी 2018 से प्रभावी हो गई है। अब औसत न्यूनतम बैलेंस की गणना भी मासिक की जगह तिमाही आधार पर की जाईगी। पहले न्यूनतम बैलेंस नहीं रखने पर शहरी इलाकों में जहां 30 से 50 रुपए और अर्धशहरी तथा ग्रामीण इलाकों में 20 से 40 रुपए मासिक शुल्क लगता था वहीं अब ये शुल्क तिमाही लगेंगे। इस प्रकार शुल्क भी एक तिहाई कर दिया गया है। शुल्क पर वस्तु एवं सेवा कर अलग से देय होगा।
अब तक बैंक के ग्राहकों को मेट्रो शहरों तथा अन्य शहरी क्षेत्रों में न्यूनतम बैलेंस तीन हजार रुपए रखने होते थे। अर्धशहरी इलाकों में यह सीमा दो हजार रुपए तथा ग्रामीण क्षेत्रों में एक हजार रुपए थे।
बैंक ने पिछले साल 1 अप्रैल से न्यूनतम बैलेंस का प्रावधान दुबारा लागू किया था। न्यूनतम बैलेंस की ऊंची सीमा के कारण उसे काफी आलोचना झेलनी पड़ रही थी। (वार्ता)