नई दिल्ली। कांग्रेस ने अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारक कानून के कड़े प्रावधानों को लेकर समाज के एक वर्ग द्वारा कथित तौर पर विरोध किए जाने की पृष्ठभूमि में सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि सवर्ण समाज में बेचैनी, चिंता और आक्रोश के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार जिम्मेदार हैं।
पार्टी के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, हम मानते हैं कि समाज के हर वर्ग को शांतिपूर्वक तरीके से अपनी बात कहने, अपना पक्ष रखने का पूर्ण अधिकार है, क्योंकि देश में लचर अर्थव्यवस्था है, डूबता रुपया है, भयंकर बेरोजगारी है, दोषपूर्ण जीएसटी है, लघु और मध्यम उद्योग एमएसएमई पर जबरदस्त मार पड़ रही है, भ्रष्टाचारी घोटाले हैं।
उन्होंने कहा, सवर्णों सहित समाज के सभी हिस्सों में बेचैनी, चिंता और आक्रोश है तो इसका जिम्मेवार कौन है? इसकी जिम्मेदार सरकार है। आज ये जिम्मेवारी सीधी भाजपा सरकार की नहीं माननीय प्रधानमंत्रीजी की भी है, जिन्होंने सबका साथ सबका विकास जैसी शब्दावली को इतना विकृत कर दिया है।
'कांग्रेस के खून में ब्राह्मण समाज का डीएनए' होने संबंधी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के बयान का भी सिंघवी ने बचाव किया। उन्होंने कहा, सुरजेवाला जी की रैली एवं उनके वकतव्य जिसने देखा व सुना होगा वो कोई आरोप नहीं लगा सकता। क्या आप समझते हैं कि ब्राह्मण समाज की पीड़ा कम है? या दूसरे वर्गों में पीड़ा कम है?
सिंघवी ने कहा, हरियाणा में ब्राह्मण समाज गंभीर आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है। क्या कोई इससे इनकार कर सकता है? सिंघवी ने कहा, ब्राह्मण समाज में गरीब के बच्चों को पढ़ाई के लिए मदद दी जाए तो इसमें क्या गलत है? भाजपा इसकी क्यों निंदा कर रही है? यह निंदा भाजपा की विकृत सोच को दर्शाती है। (भाषा)