डरावना सच : पोर्नोग्राफी की लत के चलते पॉर्न साइटों पर ट्रेंड कर रहा है हैदराबाद की पीड़िता का नाम
रेप के अपराधियों और पॉर्न 'सोच' का पोस्टमार्टम ?
हैदराबाद में महिला डॉक्टर से हैवानियत के बाद पूरा देश गुस्से में है। संसद से लेकर सड़क तक हंगामा मचा हुआ है। दिल्ली से लेकर हैदराबाद तक लोग सड़कों पर नजर आ रहे है हर कोई आरोपियों को सरेआम सजा देने की मांग कर रहा है। निर्भया कांड के 7 साल बाद फिर एक बार रेप जैसी घटनाओं को रोकने लिए कड़े कानून बनाने की बात कही जा रही है लेकिन इन सब के बीच एक ऐसी खबर सामने आई जो सुनकर आपकी रूह कांप जाएगी।
हैदराबाद में हैवानों का शिकार बनी युवती का नाम पॉर्न साइटों पर नंबर एक पर ट्रेंड कर रहा है। भारत में पॉर्न साइटों पर दंरिदों का शिकार बनी युवती के नाम से सबसे अधिक सर्च किए जा रहे है जिससे की वह टॉप ट्रेंड में आ गया है। यह तब है जब भारत में रेप की घटनाओं के पीछे पोर्न वेबसाइट को बड़ा कारण माना जाता है।
वेबदुनिया से बातचीत में मनोचिकित्सक डॉक्टर सत्यकांत त्रिवेदी कहते हैं कि यह खबर हम सभी के बेहद चिंताजनक और चौंकाने वाली है। वह कहते हैं कि यह बेहद शर्मनाक है कि लोग एक तरह हाथ में मोमबत्ती लेकर सड़क पर नजर आते है तो दूसरी ओर रेप पीड़ित महिला के वीडियो को पॉर्न साइट पर देखना चाहते है।
वेबदुनिया से बातचीत में डॉक्टर सत्यकांत कहते हैं कि पिछले कुछ सालों में पॉर्न एडिक्शन के चलते ही महिलाओं के प्रति अपराधों में तेजी से इजाफा हुआ है। वह कहते हैं अगर रेप की सभी घटनाओं को उठाकर देखे तो उसके पीछे अपराधियों की पॉर्न देखने की लत और शराब को बड़ा कारण पाया गया है चाहे वह पहले भोपाल में मासूम से रेप की घटना हो या अब हैदराबाद या रांची की घटना इन सभी में अपराधियों ने पोनोग्राफी और शराब की लत के चलते अपराध को अंजाम दिया है।
वह ऐसे केसों का जिक्र करते हुए कहते हैं कि उनके पास आए दिन ऐसे पॉर्न एडिक्शन से पीड़ित लोग आते है जो गहरे डिप्रेशन का शिकार हो जाते है। ऐसे केसों का जिक्र करते हुए कहते हैं कि पिछले दिनों उनके पास 16 साल के संजय (काल्पनिक नाम) आए जिन्होंने 2 साल पहले अपने दोस्तों के साथ पहली बार मोबाइल में पोर्न देखी थी। कुछ महीनों बाद घरवालों ने ही बर्थडे गिफ्ट के रूप में उन्हें स्मार्ट फ़ोन दे दिया ,कुछ दिनों बाद ही उन्होंने पोर्न वेबसाइट पर सर्फिंग शुरू कर दी और अब उन्हें इस कदर लत लगी की पढाई लिखाई छोड़ पूरे समय पोर्न देखने लगे और अब उनके अंदर कुंठा और निराशा का भाव घर गया।
पोर्न को बेहद खतरनाक मानते हुए मनोचिकित्सक डॉक्टर सत्यकांत त्रिवेदी कहते हैं कि आज इंटरनेट पर आसान से उपलब्ध होने वाली पोनोग्राफी रेप जैसे अपराधों को बढ़ावा देने का सबसे बड़ा कारण साबित हो रही है। वह कहते हैं कि पोर्न की लत बच्चों और किशोरों के लिए विशेष रूप से चिंताजनक है और हमको सेक्स एजुकेशन को बढ़ावा और अनिवार्य कर उसको तुरंत रोकना होगा नहीं को आने वाले समय की हम कल्पना भी नहीं कर सकते है।
पोर्नोग्राफी के आंकड़े डराते है – भारत में पोर्नोग्राफी कितनी तेजी से युवाओं को अपनी चपेट में ले रहा है इसको केवल इससे समझा जा सकता है कि 10 में से 8 युवा 18 वर्ष की उम्र से पहले पोर्नोग्राफी देख लेते हैं। एक रिसर्च के मुताबिक लगभग 80% युवा अपनी ऑनलाइन गतिविधियों को साझा नहीं करते है। वहीं 15 से 19 साल की उम्र में पोर्न एडिक्ट होने की सबसे अधिक सम्भावना रहती है
पोर्नोग्राफी से नुकसान - पोर्नोग्राफ़ी को देखने से किशोरों में नकारात्मक परिणाम हो सकते हैं, जो उनके मनोवैज्ञानिक और शारीरिक विकास दोनों को प्रभावित करते है। उनकी एकाग्रता और याददाश्त में कमी आ जाती है। इसका सबसे खतरनाक प्रभाव ये हैं कि महिलाओं के प्रति व्यवहार आक्रामक हो जाता है और युवा अश्लील छींटाकशी करके के साथ साथ अपराध की ओर बढ़ जाते है।
माता पिता कब हो जाएं सतर्क -
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आपको कंप्यूटर पर अश्लील विडियो मिलते हैं।
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जब आप कमरे में प्रवेश करते हैं, बच्चा घबराकर मोबाइल/कंप्यूटर बंद कर देता है या स्क्रीन बदल देता है। मोबाइल पर हर फंक्शन पास वर्ड लगा कर रखता है
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कंप्यूटर देखते समय अपने कमरे को बंद कर रखता है।
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बच्चा कंप्यूटर/मोबाइल से इन्टरनेट हिस्ट्री को हटा देता है।
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बच्चा रात में बहुत देर तक ऑनलाइन रहता है।
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बच्चा सब के सो जाने के बाद ऑनलाइन गतिविधियाँ शुरू करता है