Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

भारतीय नेवी के लिए बड़ा खतरा, स्कॉर्पियन पनडुब्बी का डाटा लीक

हमें फॉलो करें भारतीय नेवी के लिए बड़ा खतरा, स्कॉर्पियन पनडुब्बी का डाटा लीक
नई दिल्ली , बुधवार, 24 अगस्त 2016 (11:30 IST)
भारत की नौसेना में शामिल होने वाली स्कॉर्पियन पनडुब्बी को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। स्कॉर्पियन से जुड़ा डाटा ऑस्ट्रेलिया में लीक हो गया है। पनडुब्बी से जुड़े करीब 22 हजार पेज का दस्तावेज सामने आने से भारतीय नौसेना में खलबली मची हुई है। अगर यह जानकारी चीन और पाकिस्तान के पास पहुंच गई तो बड़ा खतरा हो सकता है।
भारत की संवेदनशील स्कॉर्पियन पनडुब्बी की लड़ाकू क्षमताओं से जुड़े दस्तावेजों के लीक होने की जानकारी ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने दी है। ऑस्ट्रेलियाई अखबार 'द ऑस्ट्रेलियन' के मुताबिक लीक हुए दस्तावेजों में कुल 22,400 पेज हैं। लीक के बारे में जानकारी ऑस्ट्रेलियन मीडिया से मंगलवार (23 अगस्त) को मिली। 'द ऑस्ट्रेलियन' के अनुसार इस घटना के बाद अमेरिका और आस्ट्रेलिया की नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने गहरी चिंता व्यक्त की है। 
 
इन दस्तावेजों में स्कॉर्पियन से जुड़ी तमाम खुफिया जानकारियां सार्वजनिक हो गई हैं। इसमें हथियारों के डिटेल, क्रू मेंबर्स और पनडुब्बी  के रास्ते जैसी जानकारियां हैं। दरअसल, फ्रांस के सहयोग से मुंबई के मझगांव बंदरगाह पर 6 पनडुब्बियां तैयार की जा रही हैं। इन्हें अभी तक नौसेना में शामिल नहीं किया गया है। इस डाटा लीक से सरकार जल्द कोई सफाई दे सकती है।
 
जिस मीडिया रिपोर्ट ने सीक्रेट देखने का दावा किया है उसका कहना है कि डाटा में सबमरीन की मारक क्षमता, उसके हथियारों की जानकारी, उसके अंदर और बाहर लगे सेंसर की जानकारी और नेविगेशन कंट्रोल सबके मारे में जानकारी थी। जिन सबमरीन का डाटा लीक हुआ है वह अबतक इस्तेमाल भी नहीं की गई हैं। उनमें से एक जिसका नाम कालवेरी है उसका मई 2016 में ही ट्रायल हुआ था। उसका जिसका निर्माण भारत में ही किया गया था। इन्हें जल्द ही भारतीय नेवी में शामिल किया जाना था।
 
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने इस मामले में जांच के आदेश देते हुए बाहर के देशों का हाथ बताया है। उन्होंने कहा है कि वह सबसे पहले यह देखेंगे की लीक हुई जानकारी का भारत से संबंध है भी या नहीं।
 
उल्लेखनीय है कि फ्रेंच कंपनी डीसीएनएस ने स्कॉर्पियन पनडुब्बी का निर्माण भारतीय नौसेना के लिए किया है। भारत फ्रांसीसी कंपनी डीसीएनएस की मदद से छह पनडुब्बियों का निर्माण करने की प्रक्रिया में है, जिसमें से एक का समुद्र में परीक्षण भी किया जा रहा है। (भाषा)
 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

राजनाथ सिंह 'मिशन कश्मीर' पर, सभी पक्षों से वार्ता और रोजगार पर व्यापक प्रस्ताव