मध्यप्रदेश के दमोह में स्कूल में धर्मांतरण की खबरों के बीच ऑनलाइन गेमिंग के जरिए धर्मांतरण के खेल का खुलासा हुआ है। गाजियाबाद पुलिस ने धर्मांतरण गिरोह के मास्टरमाइंड को मुंबई से गिरफ्तार किया है। इस गिरोह की विदेशी फंडिंग के एंगल से भी जांच की जा रही है. इसके साथ ही पुलिस को शक है कि ये गिरोह भारत के साथ दूसरे देशों के नाबालिगों को भी अपना शिकार बना सकता है।
कैसे होता था धर्मांतरण?-गाजियाबाद में दो नाबालिग किशोरों के परिजनों ने अपने बच्चों के धर्मांतरण की शिकायत पुलिस से दर्ज कराई थी। पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपियों ने न सिर्फ उनका धर्म परिवर्तन कराया बल्कि उन्हें पांच वक्त का नमाजी तक बना डाला। पुलिस जांच में पता चला कि इन किशोरों के साथ कुछ मुस्लिम लड़के नाम बदल कर ऑनलाइन गेम फॉर नाइट गेम ऐप पर खेलते थे, गेम हारने पर उन्हें जीतने के लिए जाकिर नाइक की आयतें पढ़वाई जाती थी,जिसके बाद उन्हें जिता कर आयतों पर भरोसा दिलाया जाता था।
इसके बाद discord app द्वारा मुस्लिम लड़के यूजर आईडी बनाकर हिंदू लड़कों से चैट करते थे, बहला फुसलाकर उन्हें इस्लामी रीति रिवाज अपनाने के लिए स्पीच दिखाते और इस्लाम धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करते थे। लड़कों का माइंड वॉश हो जाने पर मस्जिद में ले जाकर उनका धर्म परिवर्तन कराया जाता था।
वहीं ऑनलाइन धर्मांतरण के मामले की जांच का खुलासा होने के बाद अब आईबी, एटीएस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। वहीं पूरे मामले में महाराष्ट्र से मंगलवार को पुलिस के पास आई एक कॉल में दावा किया गया कि ठाणे में गिरोह अब तक 400 लोगों का धर्मपरिवर्तन करा चुका है। फोन करने वाले ने यह भी बताया कि वह काफी लंबे समय से इसी काम में लगा हुआ था। हालांकि पुलिस फोन करने वाले के बारे में भी जांच पड़ताल में जुटी है। आनलाइन धर्मांतरण के मामले का पाकिस्तानी कनेक्शन भी तलाशा जा रहा है। पर अब तक इस तरफ सुरक्षा एजेंसियों को कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है।
दमोह धर्मांतरण में पुलिस दर्ज करेगी FIR- दमोह में धर्मांतरण के मामले में पुलिस आज एफआईआर दर्ज कर सकती है । मुख्यमंत्री ने कहा दमोह की घटना में तो अब हमारे पास रिपोर्ट आ रही है, मुझे बता दिया गया है। जो बेटियों ने बयान दिए, बाध्य किया गया है उनको ये बहुत गंभीर मामला है। पूरे मामले में पुलिस FIR कर रही हैं और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने कहा भोले-भाले मासूम बच्चे जिनमें समझ ही नहीं पढ़ाई के नाम पर बुला के अगर इस ढंग का प्रयत्न किया जाता है तो हम किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे, ऐसे जिनके इरादे हैं वो कठोरतम दंड पाएंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में कुछ जगह धर्मांतरण के कुचक्र चल रहे हैं लेकिन हम उनको कामयाब नहीं होने देंगे। पूरे प्रदेश में हमने जांच के भी निर्देश दिए विशेषकर जो शिक्षण संस्थान हैं, चाहे मदरसे चलते हों अगर गलत ढंग से शिक्षा भी दी जा रही होगी तो हम उसको भी चेक करेंगे।