सरकार की ओर से विमुद्रीकरण के बाद 50 दिन में महाराष्ट्र के शिरडी स्थित श्री साईंबाबा संस्थान ट्रस्ट को कुल 31.73 करोड़ रुपये का दान मिला है।
मंदिर के एक अधिकारी सचिन तांबे ने शुक्रवार को बताया कि मंदिर को पुराने 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों के रूप में कुल 4.53 करोड़ रुपये का दान मिला है, जबकि 3.80 करोड़ रुये का दान नए 2,000 और 500 रुपये के नए नोटों के रूप में आया है।
उन्होंने बताया कि पिछले 50 दिनों के दौरान संस्थान को दान-पात्रों के जरिये 18.96 करोड़ रुपया मिला, जबकि विभिन्न दान केन्द्रों में क्रेडिट ओर डेबिट कार्ड के जरिये क्रमश: 4.25 करोड़ और 2.62 करोड़ रुपये मिले हैं। संस्थान को डिमांड ड्राफ्ट के जरिये 3.96 करोड़ रुपये और 1.46 करोड़ रुपये ऑनलाइन दान के जरिये मिले हैं। इसके अलावा संस्थान को मनीऑर्डर के जरिये भी करीब 35 लाख रुपये का दान मिला है।
नकदी के अलावा संस्थान को करीब 73 लाख रुपये मूल्य वाले 2.90 किग्रा सोने के आभूषण और करीब 18 लाख मूल्य के 56 किग्रा के चांदी के आभूषण भी दान में मिले हैं।
तांबे ने बताया कि आठ नवंबर को विमुद्रीकरण के बाद संस्थान ने महत्वपूर्ण श्रद्धालुओं को 'दर्शन' एवं 'आरती' की विशेष सुविधा देकर 3.18 करोड़ रुपये अर्जित किए हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान प्रसिद्ध श्री साईंबाबा मंदिर को दानपात्रों के जरिये कुल 162 करोड़ रुपये का दान मिला था, जो औसतन 44.38 लाख रुपये प्रतिदिन है। जबकि विमुद्रीकरण के बाद संस्थान को प्रतिदिन करीब 37.92 लाख रुपये का दान मिला है। (भाषा)