भोपाल। मध्यप्रदेश में चल रहे किसान आंदोलन के दसवें दिन शनिवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यहां दशहरा मैदान में शांति बहाली के लिए अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठ गए। मामले से जुड़ी हर जानकारी...
* खंडवा, विदिशा, रायसेन, मुगलियाछाप, बेगमगंज, कुरावर, इच्छावर और मागरोन के किसानों से मिले शिवराज।
* उपवास के दौरान पूरे प्रदेश के किसानों से अलग-अलग चर्चा कर रहे हैं।
* शिवराज ने कहा...
- यह संपत्ति जो जलाई गई, वह शिवराज सिंह चौहान की नहीं, किसी अपने का नुकसान हुआ है।
- मैं पत्थर दिल इंसान नहीं हूँ। जनता की ओर कोई लाठी उठती है, तो वह मेरी पीठ पर पड़ती है।
- बच्चे और महिलाएं चीखें, ऐसे आंदोलन को कौन सभ्य समाज जायज़ ठहराएगा।
- अपने शांत प्रदेश में आग मत लगाओ।
- जब सीएम बना था खेती 7.50 लाख हेक्टेयर में होती थी, अब ये 40 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है।
- मंदसौर की घटना की जांच होगी, सच सबके सामने आना चाहिए।
- किसानों चर्चा के लिए आओं, हम चर्चा के लिए तैयार।
- आपके साथ कदम से कदम, कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा हूं।
- किसानों को इंटरनेट बैंकिंग के जरिए सीधे खाते में पैसा मिलेगा।
- फसल की लागत तय करने के लिए आयोग का गठन करेंगे।
- 8 रुपए प्रति किलो की दर से एक-एक प्याज खरीदा जाएगा।
- तुअर की दाल 5050 रुपए प्रति क्विंटल की दर से 10 जून से खरीदेंगे।
- मूंग दाल 5225 रुपए क्विंटल की दर से खरीदेंगे।
- 23 जून से अरहर की दाल 4 हजार रुपए क्विंटल से खरीदी जाएगी।
- किसानों की मेहनत बेकार नहीं जाएगी।
- किसान को किसी भी हालत में मजबूर नहीं बनने दिया जाएगा।
- किसान की मर्जी के बिना उसकी जमीन नहीं ली जाएगी।
- किसानों को लाभकारी मूल्य देने में मध्यप्रदेश सरकार पीछे नहीं हटेगी।
- किसान के बिना मध्यप्रदेश आगे नहीं बन सकता।
- हमारी सरकार ने प्रदेश को रेगिस्तान बनने से बचाया।
- उन्हें बिजली दी।
- किसानों के कल्याण के लिए काम किया।
- जब जब भी संकट की घड़ी आई तो मैं मुख्यमंत्री निवास में नहीं बैठा, किसानों के बीच गया।
- खेती लाभ का धंधा बने इसके लिए प्रयास किए गए।
- हर खेत को पानी मिले, इसके लिए सिंचाई शुरू की।
- नर्मदा का पानी क्षिप्रा में लाया।
* कृषि उत्पादों की बेहतर कीमत और ऋण माफ करने की अन्य मांगों को लेकर प्रदेश में एक जून से किए जा रहे किसान आंदोलन का आज दसवां दिन है। किसानों ने आंदोलन के शुरू में ही इसे दस दिन तक चलाने की घोषणा की थी।
* कुर्ता पायजामा और नेहरू जैकेट पहने शिवराज को भेल के दहशरा मैदान में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी ने तिलक लगाया और इसके बाद चौहान यहां उपवास पर बैठ गए। चौहान के साथ उनकी पत्नी साधना सिंह भी यहां उपस्थित थीं।
* यहां पंडाल में मुख्यमंत्री चौहान के पहुंचते ही उनके समर्थकों ने ‘किसान का सम्मान, शिवराज चौहान, जय जवान, जय किसान, और भारत माता की जय’ के नारे लगाये।
* प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के.के मिश्रा ने कहा कि चौहान को लोगों को यह बताना चाहिए कि उनका यह कथित उपवास नौटंकी है, इवेंट है या अपनी गलतियों से प्रदेश को आग में झोंकने के लिए प्रायश्चित है।
* उन्होंने कहा कि वह गांधीगीरी का संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ऐसा है नहीं। यह नौटंकी करने से पहले वह न तो गांधी की प्रतिमा के पास बैठे और न ही महात्मा गांधी की प्रतिमा को फूलमाला पहनाई।
* मिश्रा ने सवाल किया कि आखिरकार किसके विरोध में वह दशहरा मैदान में उपवास पर बैठे हैं। उन्हें (चौहान) यह याद रखना चाहिए कि दशहरा मैदान में प्रतिवर्ष रावण का पुतला दहन किया जाता है।
* दशहरा मैदान पहुंचे शिवराज, कुछ ही देर में शुरू होगा उपवास।
* घर से उपवासस्थल के लिए निकले शिवराज, कुछ ही देर में शुरू होगा अनशन।
* शिवराज ने की अपील, बातचीत से दो देशों के मसले हल हो जाते हैं। यह तो मेरे और आपके बीच हल हो जाने वाली समस्या है। आइये, बेहिचक अपनी बात कहिए।
* उन्होंने कहा, हम सब एक माँ के लाल हैं। अहिंसा को प्रमुख हथियार माननेवाले देश के नागरिक हैं, फिर हिंसा क्यों? इससे अपनों का ही नुकसान हो रहा।
* ट्वीटर पर शिवराज बोले, मेरा जीवन प्रदेश उत्थान, किसानों के कल्याण के लिए समर्पित है। किसानों के श्रम, सरकार की नीतियों से कृषि पुरस्कार मिल रहा है।
* एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, मेरा यह उपवास किसानों की लड़ाई में उनके साथ खड़े होने का प्रतीक है। यह उपवास हिंसा के विरुद्ध है। हिंसा से कोई सृजन नहीं होता है।
* शिवराज का ट्वीट, मैं आज से शांति बहाली के लिए उपवास पर बैठ रहा हूँ। मेरे किसान भाइयों दूसरों के बहकावे में मत आइये। संवाद से ही समाधान होगा।
* कुछ ही देर में शुरू होगा शिवराज का अनशन।
* कांग्रेस नेता मोहन प्रकाश ने उठाए सीएम के अनशन पर सवाल, पूछा- क्या प्रायश्चित कर रहे हैं शिवराज।
* भारतीय किसान संघ ने फिर लिया यूटर्न, मुख्यमंत्री ने वादे पूरे नही किए तो फिर आंदोलन।
* मुख्यमंत्री शिवराज आज सुबह 11 बजे से भोपाल के भेल दशहरा मैदान पर उपवास करेंगे।
* उन्होंने कहा कि जब तक प्रदेश में शांति कायम नहीं हो जाती, तब तक मैं उपवास रखूंगा।
* चौहान ने मीडिया से कहा कि जब-जब किसान पर संकट आया है, मैं वल्लभ भवन में अपने दफ्तर में नहीं बैठा, बल्कि किसानों के बीच गया।
* उन्होंने कहा कि उत्पादन की लागत व विपणन आयोग का गठन करके हम किसानों की समस्या सुलझाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता को सुरक्षा देना मेरा पहला राजधर्म है।
* मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों के हाथों में पत्थर थमा दिए हैं। हम प्रदेश में उपद्रव करने वालों से सख्ती से निपटेंगे।