Rajyasabha: प्रतिपक्ष के अमर्यादित व अशोभनीय व्यवहार से आहत हुए शिवराज सिंह चौहान
कहा कि ये सदन केवल ईंट और गारों का भवन नहीं, लोकतंत्र का पवित्र मंदिर है
नई दिल्ली। आज शु्क्रवार को लोकसभा में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) विपक्ष अमर्यादित व अशोभनीय व्यवहार काफी आहत हुए। उन्होंने कहा कि मैं 6 बार लोकसभा और 6 बार विधानसभा का सदस्य रहा हूं। मैं या तो विधानसभा में या तो लोकसभा में आया हूं। लेकिन अपने जीवन में मैंने प्रतिपक्ष का ऐसा अमर्यादित व अशोभनीय व्यवहार कभी नहीं देखा है।
उन्होंने आगे कहा कि आज मन व्यथित है, वेदना से भरा हुआ है। ये केवल आसंदी का अपमान नहीं है, ये देश के लोकतांत्रिक मूल्यों का अपमान है। ये लोकतंत्र का अपमान है, ये संविधान का अपमान है। आज ये सिद्ध हो गया है कि गैरजिम्मेदार प्रतिपक्ष, देश को अराजकता में झोंकने का प्रयास कर रहा है। हम लोग उत्तर के लिए आते हैं तो केवल प्रश्नकर्ता का जवाब नहीं देते हैं, हम वो जवाब जनता के लिए भी देते हैं। लेकिन आज प्रश्नकाल में जो व्यवहार किया है, सचमुच में इसका कोई दूसरा उदाहरण नहीं मिलता।
Edited by: Ravindra Gupta