सिद्धू मूसेवाला के नाम से मशहूर पंजाबी गायक शुभदीप सिंह सिद्धू की गोली मारकर हत्या करने से कुछ मिनट पहले का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इसमें मूसेवाला की गाड़ी का पीछा करते हुए दो कारों को देखा गया है। हालांकि पुलिस की तरफ से अभी इस वीडियो की पुष्टि नहीं की गई है।
खास बात है कि मूसेवाला की हत्या के ठीक एक दिन पहले ही उनकी सिक्योरिटी में कटौती की गई थी। यह कटौती राज्य सरकार की तरफ से वीआईपी कल्चर को बंद करने के लिहाज से की गई थी।
एसयूवी कारें कर रही थी पीछा
सीसीटीवी फुटेज में कांग्रेस नेता की काली एसयूवी कई अन्य वाहनों के साथ एक व्यस्त सड़क से गुजरती दिखाई दे रही है। माना जा रहा है कि हमला इस जगह से कुछ मिनट बाद ही हुआ। वीडियो में दिख रहा है कि घटना से ठीक पहले दोनों गाड़ियां गायक की काले रंग की एसयूवी के पीछे जा रही हैं।
इसके बाद पीछे से एक सफेद रंग की बुलेरो भी तेजी से जाती दिख रही है। मूसेवाला की हत्या से एक दिन पहले ही राज्य सरकार ने उनकी सुरक्षा में कटौती की थी। मूसेवाला पर खतरे को देखते हुए उन्हें पंजाब पुलिस की इंडिया रिजर्व बटालियन के चार सुरक्षाकर्मी दिए गए थे, जिनमें से दो को वापस ले लिया गया था। दो पुलिसकर्मी उनकी सुरक्षा में तैनात थे, लेकिन घटना के समय सिद्धू उन्हें अपने साथ नहीं ले गए थे। वीआईपी कल्चर को कम करने के मकसद से सरकार ने 424 लोगों की सुरक्षा में कटौती की थी।
बता दें सिद्धू मूसेवाला पंजाबी गायक और अभिनेता थे। बाद में वे नेता बने और कांग्रेस से उन्होंने मानसा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार विजय सिंगला से हार गए थे। घटना के बाद उनकी हत्या को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं।
पुलिस के मुताबिक, मूसेवाला पर करीब 30 राउंड गोलियां बरसाई गईं। पुलिस को मौके से अलग-अलग बोर की पिस्टल के खोखे मिले हैं। ये खोखे 7.62 एमएम, 9एमएम और 0.30 एमएम पिस्टल के हैं। इससे लग रहा है कि हमलावरों ने तीन पिस्टलों के जरिए अंधाधुंध फायरिंग की थी। निशाना मूसेवाला ही थे। उन्हें करीब 8 गोलियां लगी हैं।
बता दें कि सिद्दधू मूसेवाला कुछ ही महीने पहले कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे। उन्होंने इसी साल पंजाब में हुए विधानसभा चुनावों में मनसा जिले से चुनाव लड़ा था, लेकिन आम आदमी पार्टी के के विजय सिंगला से हार गए थे। विजय सिंगला वही हैं, जिन्हें मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पिछले हफ्ते भ्रष्टाचार के आरोपों में कैबिनेट मंत्री पद से हटा दिया था।