नई दिल्ली। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) मंगलवार को सुरक्षा कारणों का हवाला देकर उस सिख महिला और उसके पति को राष्ट्रीय राजधानी लाई जिस पर जम्मू-कश्मीर में कथित तौर पर जबरन इस्लाम धर्म स्वीकार करने का दबाव डाला गया। कमेटी के अधिकारियों ने कहा कि सिख संगठन ने दंपति को नौकरी भी दी है।
डीएसजीएमसी के अध्यक्ष एवं शिरोमणि अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने ट्वीट करके कहा कि श्रीनगर से सिख बेटी मनमीत कौर का उत्साहपूर्वक स्वागत करने के लिए संगत का शुक्रिया अदा करता हूं जिसका जबरन धर्मांतरण किया गया लेकिन उसे फिर से आजादी मिली है। वह आज हमारे साथ दिल्ली आई।
सिख समुदाय के लोगों ने सोमवार को केंद्र शासित प्रदेश में उनके समुदाय की 4 महिलाओं का कथित जबरन धर्म परिवर्तन कराए जाने के खिलाफ यहां जम्मू-कश्मीर भवन के बाहर प्रदर्शन किया था। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के एक नेता ने सोमवार को आरोप लगाया था कि हाल में कश्मीर में 4 सिख महिलाओं का जबरन विवाह कराया गया और उन्हें इस्लाम धर्म कबूल करवाया गया।