नई दिल्ली। माकपा नेता सीताराम येचुरी ने नोटबंदी को लेकर मोदी सरकार पर 14 सवाल उठाए हैं। येचुरी ने कहा कि नोटबंदी के दौरान लोगों को अपनी गाढ़ी पसीने की कमाई का पैसा निकालने के लिए लंबी-लंबी लाइनों में लगना पड़ा। इस दौरान 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई।
येचुरी ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या विमुद्रीकरण का फैसला प्रधानमंत्री का था? क्या इसीलिए तत्कालीन आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन को जाना पड़ा? एक अन्य सवाल में येचुरी ने कहा कि प्रधानमंत्री की नोटबंदी की घोषणा के चलते लंबी-लंबी लाइनों में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। इसके लिए कौन जिम्मेदार है? क्या इन्हें मुआवजा मिला? क्या इस संबंध में कोई एफआईआर हुई?
उन्होंने कहा कि नोटबंदी से पहले पश्चिम बंगाल समेत अन्य स्थानों पर नोटबंदी की घोषणा के ठीक पहले भाजपा कार्यकर्ताओं ने बहुत बड़ी राशि जमा की थी। अत: नोटबंदी स्वतंत्रत भारत का सबसे बड़ा घोटाला है। ऐसे में प्रधानंमत्री कैसे भ्रष्टाचार से लड़ेंगे?
एक अन्य ट्वीट में येचुरी ने कहा कि नेपाल और भूटान को मिलाकर 100 फीसदी के लगभग पुरानी मुद्रा वापस आ गई। क्या इससे यह साबित नहीं होता कि यह एक बड़ा मनी लांड्रिग घोटाला है? माकपा नेता डिजिटाइेशन पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि इसके माध्यम से अवैध रूप से पेटीएम समेत कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को फायदा पहुंचाया गया।