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सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे नहीं जाएंगे 22 जनवरी को अयोध्या

कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा- धर्म मनुष्य का व्यक्तिगत विषय

हमें फॉलो करें सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे नहीं जाएंगे 22 जनवरी को अयोध्या

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, बुधवार, 10 जनवरी 2024 (16:17 IST)
  • कांग्रेस नेता नहीं जाएंगे अयोध्या
  • भाजपा पर लगाया राजनीति का आरोप
  • कांग्रेस के तीन नेताओं को मिला है न्योता
Sonia Gandhi and Mallikarjun Kharge News: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी और वर्तमान अध्यक्ष मल्लिकार्जुन समेत अन्य कांग्रेस नेता 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हिस्सा लेने नहीं जाएंगे। 
 
कांग्रेस का कहना है कि उसने न्योता सम्मानपूर्वक अस्वीकार कर दिया है। पार्टी का मानना है कि यह कार्यक्रम भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का है और इसका इस्तेमाल राजनीतिक और चुनावी फायदे के लिए किया जा रहा है। इसलिए कांग्रेस का कोई भी नेता इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अयोध्या नहीं जाएगा।
 
इन दोनों नेताओं के अलावा वरिष्ठ कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। दूसरी ओर, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता नहीं मिला है। 

जयराम रमेश ने कहा कि पिछले महीने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी को अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन का निमंत्रण मिला।
 
उन्होंने दावा किया कि भगवान राम की पूजा-अर्चना करोड़ों भारतीय करते हैं। धर्म मनुष्य का व्यक्तिगत विषय होता आया है, लेकिन भाजपा और आरएसएस ने वर्षों से अयोध्या में राम मंदिर को एक राजनीतिक परियोजना बना दिया है।
 
अर्द्धनिर्मित मंदिर का उद्घाटन : कांग्रेस महासचिव ने आरोप लगाया कि एक ‘अर्द्धनिर्मित मंदिर’ का उद्घाटन केवल चुनावी लाभ उठाने के लिए ही किया जा रहा है। रमेश ने कहा कि 2019 के माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्णय को स्वीकार करते हुए एवं लोगों की आस्था के सम्मान में मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी एवं अधीर रंजन चौधरी भाजपा और आरएसएस के इस आयोजन के निमंत्रण को ससम्मान अस्वीकार करते हैं।
 
उच्चतम न्यायालय ने 2019 में एक ऐतिहासिक फैसले में अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया था और हिंदुओं द्वारा पवित्र माने जाने वाले शहर में एक मस्जिद के निर्माण के लिए 5 एकड़ का वैकल्पिक भूखंड मुहैया कराने का आदेश दिया था। इसके परिणामस्वरूप, अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण का काम शुरू हुआ। आगामी 22 जनवरी को 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी मौजूद रहेंगे।
 
उल्लेखनीय है कि राम मंदिर गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी। इस कार्यक्रम के मुख्‍य यजमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी होंगे। गर्भगृह में मोदी के अलावा 4 अन्य लोग मौजूद रहेंगे। देशभर से इस कार्यक्रम के लिए करीब 10 हजार लोगों को न्योता भेजा गया है। हालांकि प्रधानमंत्री ने आम लोगों से 22 जनवरी को अयोध्या नहीं आने की अपील की है। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala
   

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