चंडीगढ़। कांग्रेस में सोनिया-राहुल पर घमासान मचा हुआ है। पार्टी में एक तबका चाहता है कि इन दोनों में से ही कोई एक कांग्रेस की कमान संभालें जबकि एक अन्य धड़ा किसी गांधी परिवार से अलग अध्यक्ष की मांग कर रहा है।
कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा पार्टी नेतृत्व में परिवर्तन और संगठन के स्तर आमूल-चूल बदलाव की मांग किए जाने के बीच, हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने रविवार को कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ देशवासियों के लिए एकमात्र उम्मीद की किरण हैं।
कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष सोनिया को पत्र लिखकर सामूहिक नेतृत्व और संगठन के विभिन्न निकायों को नए सिरे से गठित करने की मांग करने वाले 23 नेताओं पर निशाना साधते हुए शैलजा ने कहा, ‘ कांग्रेस के कुछ लोग जिन्होंने सत्ता का आनंद लिया और जिनकी हैसियत पार्टी की वजह से है, आज हमारे नेतृत्व पर सवाल उठा रहे हैं।‘
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने सोनिया गांधी को लिखे पत्र में कहा, ‘आज देश को सोनिया और राहुल गांधी के उज्ज्वल नेतृत्व की जरूरत है। दोनों का नेतृत्व पूरे देश के असंख्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए उम्मीद की एकमात्र किरण हैं। आज देश के गरीबों, मजदूरों, किसानों, दलितों और युवाओं की उम्मीद इस नेतृत्व पर केंद्रित है।‘
इस बीच, पांच केंद्रशासित प्रदेशों की कांग्रेस समितियों के अध्यक्षों ने अखिल भारतीय कांग्रेस कार्यसमिति को पत्र लिखकर राहुल गांधी को दोबारा पार्टी अध्यक्ष बनाने की मांग की है।
वीडियो संदेश में शैलजा ने कहा, ‘इस समय जब हम चुनौती का सामना कर रहे हैं और भाजपा लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश कर रही है, हमारे नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी के हाथ और मजबूत करने की जरूरत है ताकि वे देश को आगे ले जाने में अपनी भूमिका को जारी रख सकें।‘
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि कांग्रेस में कुछ तत्व मौजूद हैं जिनकी मिलीभगत भाजपा के साथ है और वे उनकी साजिश का हिस्सा हैं।
कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक से एक दिन पहले रविवार को पार्टी में उस वक्त नया सियासी बवंडर खड़ा हो गया जब पूर्णकालिक और जमीनी स्तर पर सक्रिय अध्यक्ष बनाने एवं संगठन में ऊपर से लेकर नीचे तक बदलाव की मांग को लेकर सोनिया गांधी को 23 वरिष्ठ नेताओं की ओर से पत्र लिखे जाने की जानकारी सामने आई। (भाषा)