कोच्चि। दक्षिण भारत की लोकप्रिय अभिनेत्री से छेड़छाड़ करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए केरल पुलिस ने आज अपने प्रयास और तेज कर दिए। इस बीच फिल्म जगत और राजनीतिक दलों द्वारा दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए दबाव बढ़ता जा रहा है।
पुलिस ने कहा कि इस मामले में मुख्य साजिशकर्ता हिस्ट्रीशीटर पल्सर सनी समेत सभी आरोपियों को पकड़ने के लिए कार्रवाई जारी है। पल्सर सनी अभिनेता से राजनेता बने मुकेश समेत कई मलयाली फिल्म कलाकारों के ड्राइवर का काम कर चुका है। उधर पुलिस ने अभिनेत्री की कार के ड्राइवर मार्टिन को हिरासत में ले लिया है। उस पर इस घटना को अंजाम देने वाले गिरोह के साथ कथित तौर पर साजिश में शामिल होने का शक है।
अभिनेत्री के साथ बदमाशों ने 17 फरवरी की रात करीब दो घंटे तक बदसलूकी की। ये बदमाश जबरन अभिनेत्री की कार में घुस गए थे। इस घटना को लेकर काफी आलोचना भी हो रही है। पल्सर सनी ने कथित तौर पर अभिनेत्री पर हमले के लिए कुख्यात ‘कोटेशन गिरोह’ के सदस्यों को अपने साथ जोड़ा। इस गिरोह ने अभिनेत्री पर उस वक्त हमला किया जब वह एक मलयालम फिल्म की डबिंग के लिए त्रिशूर से कोच्चि जा रही थी। इस फिल्म में अभिनेत्री अहम भूमिका निभा रही है।
‘कोटेशन गिरोह’ के दो लोगों की गिरफ्तारी की खबर के बारे में पूछे जाने पर एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि ‘कुछ लोगों’ को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने कहा, ‘उचित सत्यापन के बाद ही हम इस घटना में उनकी भूमिका के बारे में कुछ बता पाएंगे।’
इस बीच राजनीतिक दलों और मलयालम फिल्म जगत ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए सरकार से दोषियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। सत्ताधारी माकपा के राज्य सचिव कोडिएरी बालाकृष्णन ने इसे एक ‘अलग घटना’ बताया तो विपक्षी कांग्रेस और भाजपा ने वामपंथी सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा में विफल रहने का आरोप लगाया।
मोहनलाल, सुरेश गोपी, पृथ्वीराज समेत लोकप्रिय मलयाली फिल्म कलाकारों ने इस घटना की निंदा की है। मुंबई में भी बॉलीवुड कलाकारों ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की। अभिनेता वरुण धवन और अर्जुन कपूर ने मलयाली अभिनेत्री के उत्पीड़न को ‘घिनौना’ बताया।
वरुण ने ट्वीट कर कहा, ‘ये बेहद शर्मनाक है। मैं इससे व्यथित हूं। एक राष्ट्र और समाज के तौर पर हमें इसका जवाब देना होगा।’ वहीं अर्जुन ने ट्वीट पर कहा, ‘हम अपनी महिलाओं को कैसे सुरक्षित रखेंगे??? क्या सरकार में किसी के पास इसका जवाब है? बदलाव कैसे आएगा? कानून से या शिक्षा से?’ इस मामले में शामिल कम से कम छह और आरोपियों की तलाश में कोयंबटूर समेत कई जगहों पर पुलिस टीम भेजी गई हैं।
राज्य के पुलिस महानिदेशक लोकनाथ बेहरा ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया है। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कल कहा था कि इस घटना में शामिल गिरोह के सदस्यों की पहचान हो गई है और उन्हें बहुत जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। (भाषा)