नई दिल्ली। दिवंगत स्क्वाड्रन लीडर समीर अबरोल के दुखी परिवार ने कहा है कि नौकरशाही मौज-मस्ती करती है जबकि वायु योद्धाओं को लड़ने के लिए पुरानी मशीनें दी जाती हैं।
स्क्वाड्रन लीडर समीर अबरोल पिछले सप्ताह बेंगलुरू में हुए मिराज-2000 विमान दुर्घटना में जान गंवाने वाले दो पायलटों में शामिल थे। अबरोल के भाई सुशांत ने फेसबुक पर एक भावनात्मक कविता पोस्ट की हैं, जिसमें लिखा है कि परीक्षण पायलट का काम बहुत जोखिमभरा होता है।
सुशांत के इस पोस्ट को काफी शेयर किया जा रहा है। सुशांत ने लिखा है कि नौकरशाही जहां मौज-मस्ती करती है। हम अपने योद्धाओं को लड़ने के लिए देते हैं पुरानी मशीनें, इसके बावजूद वे अपना कार्य समस्त कौशल और पराक्रम से पूरा करते हैं।
अबरोल और स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ नेगी ‘एयरक्राफ्ट एंड सिस्टम्स टेस्टिंग इस्टैब्लिशमेंट’ से थे। इस विमान दुर्घटना में दोनों की मृत्यु हो गई। दोनों पायलट शुक्रवार को उस मिराज-2000 ट्रेनर के परीक्षण उड़ान पर थे, जिसका हाल में हिन्दुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा उन्नयन किया गया था।
एक अन्य पोस्ट में सुशांत ने कहा कि ‘वक्त आ गया है कि हम सिर्फ खोए हुए वोटो की परवाह नहीं करें, बल्कि उन पायलटों की भी परवाह करें, जो इस भ्रष्ट व्यवस्था की लापरवाही के चलते शहीद हुए हैं।’ सुशांत की पोस्ट को अबरोल की पत्नी गरिमा ने भी शेयर किया है।