नई दिल्ली। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर ने 'अग्निपथ योजना' के संबंध में एक के बाद एक लगातर ट्वीट किए और युवाओं से अपील की है कि किसी के बहकावे में न आएं और स्वयं एवं राष्ट्र का हित करें।
अग्निपथ योजना से संबंधित विरोध के संदर्भ में, आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक गुरुदेव श्रीश्री रविशंकर ने युवावर्ग से अपील की है कि योजना को समझ कर इससे मिलने वाली सुविधा और प्रशिक्षण को अपने और राष्ट्र हित में लगाएं।
दुनिया भर में, यहां तक की स्विट्ज़रलैंड व सिंगापुर जैसे छोटे देशो में भी, एक से दो वर्ष सेना में सर्विस देना अनिवार्य है। इनकी तुलना में भारत की नयी सैन्य सेवा योजना अति उत्तम है।
देश की रक्षा के लिए समर्पित और त्याग के मनोभाव से निकले हुए युवाओं के लिए यह एक सुअवसर है। बहकावे में न आए, इसे ठीक ठीक समझें और मिलने वाली सुविधाओं और प्रक्षिशण से स्व: तथा राष्ट्र का हित करें।
यद्यपि सरकार ही सब अच्छी योजनाओं की कल्पना कर उन्हें कार्यान्वित करती है, जनता को योजनाओं के विषय में सजग करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। इस सजगता के अभाव में झूठे समाचार और अविश्वास पनपता है।
हम भारत में आंदोलन कर रहे विद्यार्थियों से अनुरोध करते हैं कि वे विवाद को बातचीत द्वारा सुलझाएं। ध्यान रखें कि राष्ट्रीय संपत्ति और जनसामान्य को किसी प्रकार की हानि न पंहुचे।