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हिंसक हुई ट्रेड यूनियनों की हड़ताल, आम आदमी परेशान...

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हमें फॉलो करें हिंसक हुई ट्रेड यूनियनों की हड़ताल, आम आदमी परेशान...
नई दिल्ली , बुधवार, 2 सितम्बर 2015 (08:00 IST)
नई दिल्ली। केन्द्र सरकार द्वारा श्रम कानूनों में बदलाव और सार्वजनिक उपक्रमों के निजीकरण के खिलाफ 10 केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों के आज राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर जाने से दिल्ली, पश्चिम बंगाल और केरल सहित देश के विभिन्न हिस्सों में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। हड़ताल से जुड़ी हर जानकारी...
 
* मुर्शिदाबाद में पुलिस से भिड़े प्रदर्शनकारी।
* 24 परगना जिले में भी रोकी ट्रेन।
* पश्चिम बंगाल के बेहरामपुर में बंद के दौरान दो गुटों में मारपीट, कई घायल।
* दिनभर की हड़ताल का परिवहन एवं बैंकिंग परिचालनों समेत अन्य सेवाओं पर असर दिख रहा है।
* केरल में सरकारी और निजी बस सेवाएं, टैक्सी व आटोरिक्शा नहीं चल रहे। केवल कुछ निजी कारें व दोपहिया वाहन सड़कों पर दिखाई दे रहे हैं।
* केरल में दुकानें, होटल और यहां तक कि चाय की दुकानें तक बंद हैं।
* हड़ताल का पश्चिम बंगाल में सामान्य जनजीवन पर आंशिक असर।
* पूर्वी रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि कुछ जगहों पर अवरोध खड़े किए जाने से सियालदह दक्षिण खंड में उपनगरीय सेवाएं कुछ समय के लिए प्रभावित हुईं।
* कोलकाता में मेट्रो रेल सेवाएं सामान्य रूप से चालू रहीं। वहीं ज्यादातर इलाकों में दुकानें, बाजार और कारोबारी प्रतिष्ठान बंद रहे।
* बिहार के आरा में ट्रेड यूनियन ने रोकी ट्रेन। पुलिस ने संभाला मोर्चा।
दिल्ली-एनसीआर में 90 हजार ऑटो बंद, आम आदमी परेशान।
*  दिल्ली-एनसीआर में हड़ताल के कारण नहीं चल रही है टैक्सियां।
* दिल्ली समेत कई शहरों में हड़ताल का असर।
* सरकार ने यूनियनों से अपना आंदोलन वापस लेने की अपील की है। यूनियनों का दावा है कि सरकारी और निजी क्षेत्र में उनके सदस्यों की संख्या 15 करोड़ है। इनमें बैंक और बीमा कंपनियां भी शामिल हैं।
* न्यूनतम मजदूरी 15 हजार रुपए करने की मांग।
* ठेका मजदूरी खत्म करने, रोजगार के अवसर सृजित करने, महंगाई घटाने और ठेका श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा की मांग।
मंत्रियों के समूह के साथ बैठक का कोई नतीजा नहीं निकलने के बाद यूनियनों ने हड़ताल पर जाने का फैसला किया। असंगठित क्षेत्र के कई संगठनों ने भी हड़ताल को समर्थन की घोषणा की है।
श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि हड़ताल से आवश्यक सेवाएं प्रभावित होंगी। मुझे नहीं लगता कि इसका अधिक असर रहेगा। मैं उनसे श्रमिकों व देश हित में हड़ताल वापस लेने की अपील करता हूं।’
 
 

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