नई दिल्ली। सरकार ने कहा है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत की जांच का काम अंतिम चरण में पहुंच चुका है और इसके लिए नया विशेष जांच दल गठित करने की आवश्यकता नहीं है।
गृह राज्यमंत्री गंगाराम अहीर ने भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी को इस बारे में हाल में लिखे एक पत्र यह जानकारी दी है। यह पत्र स्वामी के गृहमंत्री राजनाथ सिंह को हाल में लिखे उसे पत्र के जवाब में आया है जिसमें मांग की गई थी कि उच्चतम न्यायालय या उच्च न्यायालय की निगरानी में एक और एसआईटी का गठन कर मामले की जांच कराई जाए। स्वामी का कहना था कि दिल्ली पुलिस सही तरीके से मामले की जांच नहीं कर रही है।
स्वामी ने सोशल नेटवर्क साइट ट्विटर पर अहीर के इस पत्र को पोस्ट किया है। पत्र में अहीर ने जांच के लिए एक और एसआईटी गठित करने की मांग से इंकार करते हुए लिखा है कि मौजूदा एसआईटी की जांच काफी आगे बढ़ चुकी है। ऐसे में नए सिरे से एक और एसआईटी के गठन से मामले में अनावश्यक देरी होगी।
अहीर ने पत्र में जांच की प्रगति का हवाला देते हुए कहा है कि एसआईटी को रोहिणी और लोदी रोड की फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) तथा अमेरिका की एफबीआई प्रयोगशाला से सारी रिपोर्ट मिल चुकी हैं।
इन्हें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की आटोप्सी बोर्ड को भेज दिया गया है, जो रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद इस बात पर अपनी अंतिम राय देगी कि सुनंदा की मौत किन कारणों से और कैसे हुई थी? (वार्ता)