नई दिल्ली। अयोध्या स्थित राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि-विवाद की सुनवाई के लिए शुक्रवार को पांच-सदस्यीय संविधान पीठ पुनर्गठित कर दी गई।
मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने पीठ में न्यायमूर्ति एस. ए. बोबडे और न्यायमूर्ति डी. वाई. चंद्रचूड़ के अलावा न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एस. अब्दुल नजीर को शामिल किया है।
न्यायमूर्ति भूषण और न्यायमूर्ति नजीर को न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित और न्यायमूर्ति एन.वी. रमण के स्थान पर जगह दी गई है। नई संविधान पीठ 29 जनवरी को अयोध्या विवाद की सुनवाई करेगी।
पीठ का पुनर्गठन इसलिए किया गया क्योंकि मूल पीठ के सदस्य न्यायमूर्ति यू यू ललित ने मामले की सुनवाई से खुद को अलग कर लिया था।