नई दिल्ली। रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष से कहा कि वे उत्तरप्रदेश में उत्कल एक्सप्रेस के पटरी से उतरने की घटना को लेकर ‘प्राथमिक साक्ष्यों के आधार पर दिन के अंत तक’ जवाबदेही तय करें। मंत्री ने कहा कि वे हालात पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और पटरियों की मरम्मत उनकी शीर्ष प्राथमिकता है।
पश्चिमी उत्तरप्रदेश में मुजफ्फरनगर के पास शनिवार शाम उत्कल एक्सप्रेस के 14 डिब्बों के पटरियों से उतर जाने के कारण 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई जबकि 156 घायल हो गए। प्रभु ने टि्वटर पर लिखा है कि मरम्मत प्राथमिकता है। 7 डिब्बों को हटा दिया गया है। घायलों के लिए सर्वश्रेष्ठ संभव चिकित्सा सेवा की व्यवस्था की जा रही है। हालात पर करीब से नजर रख रहा हूं।
मंत्री ने लिखा है कि बोर्ड द्वारा अभियान में लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष को प्राथमिक साक्ष्यों के आधार पर दिन के अंत तक जवाबदेही तय करने को कहा है। शनिवार से ही हालात पर नजर रखे हुए केंद्रीय मंत्री ने शीर्ष अधिकारियों और मेडिकल टीम को निर्देश दिया है कि वे घायलों का इलाज करें और प्रभावित यात्रियों के रिश्तेदारों की हरसंभव सहायता करें।
प्रभु ने हुई इस दुर्घटना की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि वे स्वयं हालात पर नजर रख रहे हैं और लापरवाही होने की स्थिति में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मंत्री ने मृतकों के निकटतम परिजनों को 3.5 लाख, गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार और मामूली रूप से चोटिल लोगों को 25 हजार रुपए बतौर सहायता राशि देने की घोषणा की है। (भाषा)