पटना। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव तथा उनके परिवार की दो और सम्पत्तियों का खुलासा करते हुए कहा कि रेलवे में नौकरी दिलाने के एवज में श्रीमती राबड़ी देवी ने दो लोगों से अपने नाम जमीन लिखवाई है।
मोदी ने यहां जनता के दरबार में कार्यक्रम के बाद आरोप लगाया कि वर्ष 2004 से 2009 के बीच जब लालू प्रसाद यादव रेलमंत्री थे तब उस दौरान उन्होंने रेलवे में नौकरी देने के एवज में कई लोगों से काफी जमीन अपने परिवार के नाम लिखवाया था। यादव ने नौकरी के नाम पर पटना के सगुना मोड़ के पास जलालपुर और शेखपुरा में कुल 35 डिसमिल जमीन अपनी पत्नी राबड़ी देवी के नाम करवाया है। उन्होंने बताया कि रंजन पथ शेखपुरा की जमीन के मालिक मनोज कुमार के परिवार के सदस्य को यादव ने रेलवे में नौकरी दी है।
भाजपा नेता ने कहा कि शेखपुरा में मिली जमीन को वर्ष 2011 में श्रेया कंस्ट्रक्शन कंपनी को अपार्टमेंट बनाने के लिए सौंप दिया गया। उस जमीन पर बने 36 फ्लैट में से 18 श्रेया कंस्ट्रक्शन और 18 श्रीमती राबड़ी देवी के हैं। ये फ्लैट 18 हजार 652 वर्गफीट में बने हुए हैं और इसकी बाजार में कीमत 20 करोड़ रुपए से भी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि श्रीमती राबड़ी देवी के नाम जमीन बेचने से संबंधित दस्तावेज में जमीन मालिक के परिवार को आवामी को-ऑपरेटिव बैंक के चेक के माध्यम से भुगतान दिखाया गया है लेकिन वास्तव में वह चेक कभी भुनाया ही नहीं गया।
मोदी ने कहा कि आवामी को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष अली अनवर हैं जो लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं। यादव ने उन्हें बिहार विधान परिषद का सदस्य भी बनाया था। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के दौरान कालेधन को सफेद करने के मामले में केन्द्रीय जांच ब्यूरो ने अनवर के कई ठिकानों पर छापेमारी भी की थी।
भाजपा नेता ने कहा कि उनमें से एक आवासीय सह व्यवसायिक कॉमप्लेक्स का नाम लालू प्रसाद यादव की स्वर्गीय मां मरछिया देवी के नाम से है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त दानापुर के सगुना में पूर्व मंत्री कांति सिंह ने जो जमीन पहले लीज पर दी और बाद में बेच दी। इस जमीन पर 18 हजार वर्गफीट में व्यावसायिक भवन का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अपने को गरीबों का मसीहा बताने वाले यादव को बताना चाहिए कि उन्होंने यह अकूत सम्पत्ति कैसे अर्जित की है?
मोदी ने कहा कि यादव और उनके परिवार की अकूत सम्पत्ति से संबंधित जितने भी दस्तावेज उनके पास हैं, वे सब आयकर विभाग को सौंपने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा वह इन दस्तावेजों को 15 जुलाई तक प्रवर्तन निदेशालय तथा अन्य संबंधित विभागों को भी सौपेंगे। (वार्ता)