नई दिल्ली। पिछले साल अपनी हरकतों के चलते फर्जी बाबाओं की सूची में डाली गईं राधे मां को राहत मिल गई है। उनकी न सिर्फ जूना अखाड़े में वापसी हो गई है, बल्कि उन्हें फिर से महामंडलेश्वर का पदवी भी फिर से मिल गई है।
राधे मां द्वारा दिए गए लिखित माफीनामे के बाद अखाड़े ने यह फैसला लिया है। अखाड़े में वापसी के बाद राधे मां प्रयागराज कुंभ में होने वाली जूना अखाड़े की पेशवाई में शामिल हो सकेंगी। उन्हें सभी शाही स्नानों में भी शामिल होने की पात्रता रहेगी। राधे मां ने आपत्तिजनक डांस करने के मामले में भी लिखित माफी मांगी है और इस तरह की हरकत फिर नहीं करने की भी कसम खाई है।
जानकारी के मुताबिक जूना अखाड़ा कुंभ में महामंडलेश्वर के तौर पर राधे मां को जमीन व दूसरी सुविधाएं भी उपलब्ध कराएगा। गौरतलब है कि पिछले साल राधे मां का नाम अखाड़ा परिषद ने फर्जी बाबाओं की सूची में डाला था। ऐसे बाबाओं की संख्या दर्जनभर से भी ज्यादा है।
बताया जा रहा है कि राधे मां का निलंबन रद्द करने और महामंडलेश्वर की पदवी वापस देने का फैसला कुछ दिनों पहले ही जूना अखाड़े की बैठक में किया गया, जिसकी औपचारिक घोषणा अखाड़े के संरक्षक महंत हरि गिरि ने की है। उनके मुताबिक जांच में उनके (राधे मां) खिलाफ कोई गंभीर आरोप नहीं पाए गए। बताया जा रहा है कि अखाड़ा परिषद से पायलट बाबा को भी राहत मिल गई है।