Dispute between Chief Minister and Governor in Tamil Nadu: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने शनिवार को कहा कि राज्यपाल आरएन रवि इस बात को पचा नहीं पा रहे हैं कि राज्य विकास कर रहा है और विधानसभा में अभिभाषण नहीं देने संबंधी उनका फैसला बचकाना है। स्टालिन ने कहा कि रवि के राज्यपाल बनने के बाद पिछले कुछ वर्षों से राज्य विधानसभा में अजीब दृश्य देखने को मिल रहे हैं।
उन्होंने विधानसभा में कहा कि राज्यपाल विधानसभा में आते हैं, लेकिन सदन में अभिभाषण दिए बिना लौट जाते हैं। इसीलिए मैंने कहा था कि उनकी हरकतें बचकानी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 176 के अनुसार, राज्यपाल को सत्र की शुरुआत में विधानसभा में अपना अभिभाषण देना होता है।
अभिभाषण से बच रहे हैं राज्यपाल : राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा को समाप्त करते हुए स्टालिन ने कहा कि लेकिन ऐसा लगता है कि वह योजनाबद्ध तरीके से नियमों का उल्लंघन करने के इच्छुक हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2022 में राज्यपाल ने बिना किसी बदलाव के अपना अभिभाषण दिया, लेकिन उसके बाद के तीन वर्षों में वह बेतुके कारणों का हवाला देते हुए अपना अभिभाषण देने से बचते आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सत्र शुरू होने से पहले तमिल गान (तमिल थाई वल्थु) गाने और संबोधन के बाद राष्ट्रगान की धुन बजाने की परंपरा लंबे समय से रही है। स्टालिन ने कहा कि मुझे लगता है कि राज्यपाल इस तथ्य को पचा नहीं पा रहे हैं कि तमिलनाडु विकास कर रहा है। मैं एक साधारण व्यक्ति हो सकता हूं, लेकिन यह विधानसभा करोड़ों लोगों की भावनाओं के कारण अस्तित्व में आई है।
क्या कहा था राजभवन ने : मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सदन राज्यपाल को राजनीतिक उद्देश्यों से ऐसा कुछ करते हुए नहीं देख सकता, जिससे उनके पद की गरिमा और जिम्मेदारी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़े। तमिलनाडु के राज्यपाल रवि छह जनवरी को पारंपरिक अभिभाषण दिए बिना विधानसभा से चले गए थे। राजभवन ने बाद में कहा था कि वह गहरी पीड़ा में थे, क्योंकि राष्ट्रगान नहीं बजाया गया था। राज्यपाल ने तब कहा था कि संविधान का अनादर करना लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है।
इस संबंध में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए स्टालिन ने कहा था कि राज्यपाल का अभिभाषण न पढ़ने का निर्णय लेना बचकाना है। द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के अध्यक्ष स्टालिन ने विश्वास जताया कि उनकी पार्टी सातवीं बार निश्चित रूप से सरकार बनाएगी।
स्टालिन का विपक्ष पर निशाना : अन्ना विश्वविद्यालय की छात्रा के यौन उत्पीड़न मामले को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए विपक्षी दल अन्नाद्रमुक के सदस्यों द्वारा काली शर्ट और साड़ी पहनकर विधानसभा में आने पर उन्होंने जानना चाहा कि क्या उनमें राज्यपाल के खिलाफ 'काली शर्ट' पहनकर प्रदर्शन करने का साहस है, जो तमिलनाडु का अपमान करते रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे खुशी होती यदि अन्नाद्रमुक ने केंद्र सरकार या राष्ट्रीय शिक्षा नीति की निंदा करने के लिए काली शर्ट पहनी होती। कानून-व्यवस्था की स्थिति पर स्टालिन ने कहा कि पुलिस ने स्वतंत्र रूप से काम किया और अपराध की घटनाओं में कमी आई है। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala