लखनऊ। तन्वी सेठ और उनके पति अनस सिद्दीकी के पासपोर्ट केस में उस समय नया मोड़ आ गया जब दोनों पासपोर्ट दिए जाते वक्त मौजूद गवाह कुलदीप को अगवा करने की कोशिश की गई।
कुलदीप ने लखीमपुर की संसारपुर पुलिस चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उसने कहा कि कि कुछ लोग उसे लखनऊ से अगवा कर नेपाल ले जाने की फिराक में थे। भारत-नेपाल सीमा पर मौका पाकर वह उनके चंगुल से निकल भागा।
पुलिस करेगी पते की जांच : पासपोर्ट पर बवाल के बाद अब तन्वी सेठ के असली पते की जांच की जा रही है। पासपोर्ट कार्यालय ने इस संबंध में लखनऊ पुलिस से अपील की है।
अधिकारी का तबादला, तुरंत जारी हुआ पासपोर्ट : पासपोर्ट सेवा केन्द्र पर अधिकारी द्वारा उत्पीड़न किए जाने की शिकायत करने वाले हिन्दू-मुस्लिम दंपति को गुरुवार को पासपोर्ट जारी कर दिए गए। साथ ही इस मामले में पासपोर्ट अधिकारी का तबादला भी कर दिया गया।
क्या बोला पासपोर्ट अधिकारी : इस मामले में सफाई देते हुए पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा ने कहा कि अपने ऊपर लगे सभी आरोपो को खारिज करते हुए कहा कि मैं कानून के हिसाब से काम कर रहा था। पासपोर्ट अधिकारी ने कहा कि उन्होंने तन्वी सेठ के निकाहनामे में मुस्लिम और एप्लीकेशन में हिंदू नाम होने पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा कि तन्वी से उनके निकाहनामे में लिखे नाम शादिया अनस का ही प्रयोग करने को कहा था, जिसके लिए उन्होंने मना कर दिया।
अनस और तन्वी ने लगाया था यह आरोप : इस मामले में मोहम्मद अनस और उनकी पत्नी तन्वी सेठ का कहना है कि वे बुधवार को पासपोर्ट का नवीनीकरण कराने के लिए पासपोर्ट कार्यालय गए थे। दंपति का आरोप है कि पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा ने अनस से कहा कि वह हिन्दू धर्म अपना लें। साथ ही उन्होंने तनवी से सभी दस्तावेजों में अपना नाम बदलने का निर्देश दिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि जब दोनों ने ऐसा करने से इन्कार कर दिया तो अधिकारी उन पर चिल्लाने लगा। घटना के बाद दंपती घर लौट आए और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्वीट कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी।