नई दिल्ली। आंध्रप्रदेश के लिए विशेष राज्य की दर्जे की मांग को लेकर तेलुगुदेशम पार्टी (तेदेपा) के सदस्यों के हंगामे के कारण सोमवार को लोकसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 2.15 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। एक बार के स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही 12 बजे आरंभ हुई तो कांग्रेस ने कर्नाटक में विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त से जुड़े ऑडियो टेप का मुद्दा उठाया और बाद में सदन से इस मुद्दे पर वॉकआउट भी किया।
शून्यकाल के बाद लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने अंतरिम बजट पर चर्चा को आगे बढ़ाया। चर्चा शुरू होते ही तेदेपा सदस्य आसन के समीप आ गए और नारेबाजी करने लगे, हालांकि अन्नाद्रमुक के एम. तंबिदुरै और कांग्रेस के वीरप्पा मोइली के भाषण के दौरान तेदेपा सदस्य अधिकांश समय शांत खड़े रहे। लेकिन जैसे ही केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता जयंत सिन्हा बोलने के लिए खड़े हुए तो तेदेपा सदस्यों ने फिर से नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद सुमित्रा महाजन ने करीब 1.45 बजे सदन की कार्यवाही दोपहर 2.15 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले सोमवार को प्रश्नकाल आरंभ होने के साथ ही कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल ने कर्नाटक ऑडियो टेप का मुद्दा उठाया और आरोप लगाया कि वहां उनकी पार्टी के विधायकों को खरीदने की कोशिश की जा रही है। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि वे प्रश्नकाल के बाद अपने मुद्दे उठाएं और उन्होंने प्रश्नकाल आगे बढ़ाने का प्रयास किया। इसके बाद कांग्रेस के सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए। उन्होंने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं। इस दौरान भाजपा के सदस्यों ने कांग्रेस सदस्यों पर झूठ बोलने का आरोप लगाया।
तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने भी अपने एक विधायक की कथित हत्या का मुद्दा उठाया और नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए। तेदेपा के सदस्य भी आंध्रप्रदेश के लिए विशेष राज्य की दर्जे की मांग को लेकर आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी करने लगे। सदन में शोर-शराबे के बीच ही मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने उच्च शिक्षण संस्थानों में आरक्षण के विषय से जुड़े कुछ पूरक प्रश्नों के उत्तर भी दिए।
अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से अपने स्थान पर जाने को कहा, लेकिन हंगामा नहीं थमा जिसके बाद उन्होंने करीब 11.10 बजे सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। (भाषा)