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प्रौद्योगिकी जगत में रही 'पोकेमॉन गो' की धूम

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नई दिल्ली। दुनियाभर में प्रौद्योगिकी क्षेत्र के कई घटनाक्रम इस वर्ष सुर्खियां बटोरने और मुख्यधारा के मीडिया को अपनी तरफ आकर्षित करने में सफल रहे। एक तरफ दुनियाभर में मोबाइल गेम 'पोकेमॉन गो' को लेकर दीवानगी देखने लायक रही, वहीं आईफोन-7 की रिकॉर्ड प्री-बुकिंग भी चर्चा में रही।
साथ ही दिग्गज दक्षिण कोरियाई कंपनी सैमसंग के कुछ मोबाइल हैंडसेट के फटने की खबरें आईं जिसके बाद पैदा हुए विवादों से कंपनी की साख को धक्का लगा। इस साल जुलाई महीने में मोबाइल गेम 'पोकेमॉन गो' लांच हुआ और देखते ही देखते पूरे प्रौद्योगिकी जगत में किसी सनसनी की तरह फैल गया। 
 
यह सच है कि स्मार्टफोन के आने बाद वर्चुअल गेमिंग का चलन बढ़ा है लेकिन किसी भी गेम को शायद ही इतनी सफलता मिली हो। एक तरफ लोगों ने इसे हाथोहाथ लिया, वहीं एन्ड्रॉयड, आईओएस और एप्पल वॉच प्लेटफॉर्म पर चलने वाले इस गेम ने कई सरकारों और सुरक्षा एजेंसियों की मुश्किलें बढ़ा दीं।
 
दरअसल, अमेरिकी कंपनी नियांटिक द्वारा लांच किए गए इस गेम को खेलने के लिए ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) और कैमरे का इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही इसकी बढ़ती लोकप्रियता के कारण दुनिया के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग तरह की चिंताएं व्यक्त की गईं।
 
रूस के संचार मंत्री निकोलाई निकिफोरो ने शंका जताई कि संभव है कि खुफिया एजेंसियों की मदद से इस गेम को विकसित किया गया हो जिसका लक्ष्य वीडियो फॉर्मेट में जानकारी इकट्ठा करना हो, हालांकि उन्होंने इस गेम पर पूर्ण प्रतिबंध की हिमायत नहीं की।
 
ईरान में इस गेम को प्रतिबंधित कर दिया गया, वहीं इंडोनेशिया में पुलिस अधिकारियों को यह गेम खेलने से प्रतिबंधित कर दिया गया, जबकि पाकिस्तान में सरकारी कार्यालयों में पोकेमॉन गो खेलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया। इसी तरह दुनिया के कई देशों से गेम पर आंशिक या सीमित प्रतिबंध की खबरें आईं।
 
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी पोकेमॉन गो गेम काफी लोकप्रिय हुआ। करीब 23.1 करोड़ लोगों ने फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर इससे जुड़े लगभग 1.1 अरब पोस्ट किए और इसे सोशल मीडिया फेनोमेना घोषित किया गया। गेम को लांच किए जाने के महज 33 दिन बाद इसके डाउनलोड की संख्या बढ़कर 10 करोड़ के आंकड़े तक पहुंच गई।
 
इस बीच प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी एप्पल इंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टिम कुक ने सैन फ्रांसिस्को के बिल ग्राहम सिविक ऑडिटोरियम में 7 सिंतबर को आयोजित एक कार्यक्रम में आईफोन-7 और 7 प्लस को बाजार में लाने की घोषणा की। 16 सितंबर को आईफोन-7 और 7 प्लस को औपचारिक तौर पर बाजार में लाया गया।
 
इसके बाद सितंबर और अक्टूबर में इसे दुनिया के विभिन्न देशों में लांच किया गया। इस बहुप्रतीक्षित स्मार्टफोन के डिजाइन को कंपनी ने कमोबेश आईफोन-6 और 6-एस की तरह ही रखा, हालांकि 3.5 ऑडियो जैक को हटा दिया गया। इसको लेकर आईफोन-7 की आलोचना की गई।
 
वहीं दूसरी दिग्गज कंपनी सैमसंग अपने मोबाइल उत्पादों को लेकर विवादों में रही। कंपनी के गैलेक्सी नोट-7 को विमान यात्रा के दौरान प्रतिबंधित कर दिया गया। ऐसा फोन में आग लगने की घटनाओं के सामने आने और अन्य सुरक्षा फीचर के चलते किया गया। 
 
इसके बाद दिग्गज दक्षिण कोरियाई कंपनी ने यह कहते हुए सैमसंग गैलेक्सी नोट-7 को दुनियाभर के बाजारों से वापस ले लिया कि ग्राहकों की सुरक्षा उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके अलावा फ्रांस से गैलेक्सी जे-5 के भी फटने की खबर आई जिससे इस कंपनी की साख को गहरा धक्का लगता दिखा।

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