तेजस 50 हजार फीट तक उड़ सकता है। दुश्मन पर हमला करने के लिए इसमें हवा से हवा में मार करने वाली डर्बी मिसाइल लगी है तो जमीन पर निशाने लगाने के लिए आधुनिक लेजर गाइडेड बम लगे हुए हैं। अगर ताकत की बात करें तो पुराने मिग 21 से कही ज्यादा आगे है और मिराज 2000 से इसकी तुलना कर सकते हैं।
जानकारों की मानें तो ये चीन और पाकिस्तान के साक्षा उपक्रम से बने जेएफ-17 से कहीं ज्यादा बेहतर है। चौथी पीढ़ी के एयरक्राफ्ट में तेजस 1,350 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है। इस मामले में यह फ्रेंच मिराज 2000, अमेरिकन F-16 और स्वेडिश ग्रिपेन जैसे विश्व के श्रेष्ठ लड़ाकू विमानों की बराबरी में खड़ा है। तेजस दुश्मन के विमानों पर हमला करने के लिए हवा से हवा में मार करने वाली डर्बी मिसाइलों और जमीन पर स्थित निशाने के लिए आधुनिक लेजर डेजिग्नेटर और टारगेटिंग पॉड्स से लैस है।
तेजस का फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम जबरदस्त है और यह कलाबाजियों में माहिर है। विमान का ढांचा कार्बन फाइबर से बना है, जो कि धातु की तुलना में कहीं ज्यादा हल्का और मजबूत होता है। इसमें सेंसर तरंग रडार लगाया गया है, जो कि दुश्मन के विमान या जमीन से हवा में दागी गई मिसाइल के तेजस के पास आने की सूचना देता है।
तेजस में आधुनिक इजरायल निर्मित मल्टी मोड रडार एल्टा 2032 लगा हुआ है। इसमें बेहद अत्याधुनिक डर्बी एयर टू एयर मिसाइल्स हैं जो विरोधी जेट्स को निशाना बनाने के काम आते हैं। इसके अलावा, जमीन पर स्थित लक्ष्यों को निशाना बनाने के लिए आधुनिक लेजर डेजिग्नेटर और टारगेटिंग पॉड्स हैं।
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