भारत में ट्रेनों का तीन घंटे देरी से चलना कोई बड़ी खबर नहीं है, लेकिन यह खबर तब बड़ी हो जाती है जब कोई ट्रेन तीन घंटे देरी से चलने के बावजूद अपने निर्धारित स्थान पर एक मिनट पहले पहुंच जाए।
यह कारनामा किया है कुछ समय पहले ही शुरू हुई तेजस एक्सप्रेस ने। भारत में सबसे तेज गति से दौड़ने वाली तेजस का संचालन मुंबई और गोवा के बीच किया जाता है। यह हाइस्पीड ट्रेन है, जो अधिकतम 200 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ाई जा सकती है। बताया जा रहा है कि गोवा से ट्रेन साढ़े दस बजे निकली थी।
जानकारी के मुताबिक तेजस एक्सप्रेस गोवा के करमाली स्टेशन से अपने निर्धारित समय से 3 घंटा देरी से चली थी, लेकिन लोग उस समय चौंक गए जब यह ट्रेन मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनल पर अपने निर्धारित समय से एक मिनट पहले 7 बजकर 44 मिनट पर पहुंच गई। गोवा से मुंबई के बीच इस ट्रेन ने 750 किलोमीटर का सफर तय किया।
कोंकण रेलवे के प्रवक्ता एलके वर्मा ने बताया कि मुंबई से खाली कोच आने में ज्यादा समय लग गया, इसलिए ट्रेन यहां से देरी से निकल पाई। उन्होंने कहा कि यह देरी बदली हुई समय सारिणी के कारण हुई है। इसमें ट्रेन का कोई दोष नहीं है।
कोंकण रेलवे के मुताबिक ट्रेन को समय से पहले पहुंचाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से संचालन किया गया। गोवा के करमाली से कुडल स्टेशन के बीच ट्रेन को 153 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलाया गया, जबकि कुडल से रत्नागिरी के बीच 137 किमी प्रतिघंटा और रत्नागिरी से पनवेल के बीच 125 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से दौड़ाया गया। इस गति के कारण ट्रेन अपने निर्धारित समय से एक मिनट पहले ही मुंबई पहुंच गई।