26 जनवरी पर पाकिस्तान बॉर्डर पर आतंकी हमले को देखते बीएसएफ ने बॉर्डर पर ट्रूप्स की संख्या बढ़ाई दी है। इसके लिए बीएसएफ ने 'ऑपरेशन सर्द हवा' शुरू किया है। इस ऑपरेशन के जरिए खासतौर पर बीएसएफ ने भारत-पाकिस्तान बॉर्डर की सुरक्षा बढ़ा दी है।
गणतंत्र दिवस के अवसर जहां पूरे देश में जोरदार तैयारी चल रही है तो वहीं सुरक्षाकर्मी इस मौके पर किसी भी आतंकी वारदात को नाकाम करने को पूरी तरह से मुस्तैद हैं। बीएसएफ ने बॉर्डर पर आतंकी हमले को देखते 'ऑपरेशन सर्द हवा' शुरू करते हुए ट्रूप्स की संख्या बढ़ाई दी है।
बीएसएफ ने किसी भी तरीके के आतंकी हमले से निपटने के लिए जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के बॉर्डर पर 15 दिन का अलर्ट जारी किया गया है। पहाड़ी सीमाओं पर ठंड के साथ सर्द हवाओं के बीच भी सुरक्षाकर्मी तैनात हैं।
खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस 26 जनवरी पर पाकिस्तान बॉर्डर पर 6 तरीके से आतंकी हमला कर सकता है। पहला, आतंकी लांच पैड से मसरूर बड़ा भाई के जरिए पाकिस्तान अफगानी और तालिबानी आतंकियों की घुसपैठ करा सकता है। इन आतंकियों की मदद पाकिस्तान रेंजर्स कर रहे हैं। दूसरा, पाकिस्तान ड्रोन के जरिए हथियार भी भेज सकता है। आतंकी कमांडर पाक आर्मी और आईएसआई की मदद से प्री प्रोग्राम्ड ड्रोन का इस्तेमाल हथियार भेजने के लिए कर सकते हैं।
तीसरा, पंजाब और राजस्थान में स्मगलरों के जरिए खालिस्तान समर्थकों को 26 जनवरी के अवसर पर खलल डालने के लिए हथियार पहुंचा सकते हैं। चौथा, इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी), अटारी बॉर्डर, हुसैनीवाला बॉर्डर और करतारपुर कॉरिडोर पर अलर्ट जारी कर दिया गया है। बीएसफ ने इन जगहों पर अतिरिक्त सुरक्षा बढ़ा दी है। शक है कि आतंकी 26 जनवरी के जश्न में खलल डाल सकते हैं।
पांचवां, बीएसएफ ने जम्मू के 13 छोटे नाले और 3 बड़ी नदियों में भी अलर्ट बढ़ा दिया है। बीएसएफ ने सिर्फ जम्मू ही नहीं पंजाब की नदियों वाले इलाके में भी अलर्ट जारी कर दिया है। इन क्षेत्रों में इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस भी बढ़ा दिया गया है। छठा, गुजरात के हरामी नाले के इलाके से लश्कर के आतंकी घुसपैठ कर सकते हैं। इसके चलते बीएसएफ ने फास्ट अटैक क्राफ्ट और ऑल टेरेन व्हीकल की गस्ती बढ़ा दी है, साथ ही ट्रूप्स की संख्या भी बढ़ा दी है।