श्रीनगर। कश्मीर के स्थानीय निकाय के चुनावों में किस्मत आजमा रहे उम्मीदवारों को आतंकियों ने 10 घटों के भीतर नाम वपस लेने की जो धमकी देते हुए अल्टीमेटम दिया था, उसका असर भी दिख गया है। दक्षिण कश्मीर में पांच उम्मीदवारों ने नाम वापस लेने की घोषणा की है। नाम वापस लेने वाले सभी भाजपा उम्मीदवार थे, जिन्होंने साथ ही भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा देने की भी घोषणा कर दी है।
कश्मीर में निकाय चुनावों में एक नया इतिहास रच रही भाजपा को को उस समय बड़ा झटका लगा, जब दक्षिण कश्मीर में डुरु-वेरिनाग नगर पालिका में उसके पांच उम्मीदवारों ने नामांकन वापस लेने का एलान करते हुए भाजपा से भी इस्तीफा दे दिया। श्रीनगर नगर निगम के चुनावों में उम्मीद के विपरीत बड़ी संख्या में उम्मीदवारों के सामने आने से हताश आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन ने वीरवार को उन्हें पीछे हटने के लिए 10 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि हुक्म न मानने वाले अपने अंजाम के खुद जिम्मेदार होंगे। हिज्ब ने यह धमकी पोस्टर जारी कर दी है। फिलहाल, पुलिस ने इन पोस्टरों को जब्त कर छानबीन शुरू कर दी है।
इस्तीफा देने वालों में भाजपा की डुरु इकाई के प्रधान भी हैं। दक्षिण कश्मीर में जिला अनंतनाग के मुताबिक, 17 वार्डों पर आधारित डुरु-वेरिनाग नगर पालिका में चौथे चरण के तहत 16 अक्टूबर को मतदान होना है। भाजपा ने डुरु में सिर्फ 13 ही सीटों पर भाजपा ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि कांग्रेस 17 सीटों पर ही चुनाव लड़ रही है।
भाजपा के डुरु इकाई के प्रधान गुलाम हसन बट ने कहा कि मैंने और मेरे साथ कुछ और लोगों ने भी भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। डुरु में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे पांच उम्मीदवरों ने भी चुनाव से अपना नाम वापस लेने के अलावा पार्टी से भी इस्तीफा दे दिया है। हालांकि एक सूचना के मुताबिक, सभी 13 उम्मीदवारों ने इस्तीफा दिया है, लेकिन मेरे पास इसकी पूरी जानकारी नहीं है। यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि गुलाम हसन बट राज्य वन सेवा में थे और कुछ वर्ष पूर्व ही वह रेंज अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।
गौरतलब है कि 74 वार्डों पर आधारित श्रीनगर नगर निगम में चुनाव प्रक्रिया चार चरणों में आठ अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक चलेगी। अलगाववादियों ने इन चुनावों का बहिष्कार करने का आह्वान किया है। आतंकी संगठनों ने भी चुनाव बहिष्कार का समर्थन करते हुए लोगों से कहा कि यह चुनाव कश्मीर में जारी जिहाद के खिलाफ है। इनमें भाग लेने वाला इस्लाम और कश्मीर का दुश्मन है।
आतंकियों की धमकियों, अलगाववादियों द्वारा चुनाव बहिष्कार और नेशनल कांफ्रेंस व पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी जैसे प्रमुख राजनीतिक दलों द्वारा चुनाव प्रक्रिया से हटने के बावजूद श्रीनगर नगर निगम में 216 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन जमा कराया है। अधिकांश सीटों पर त्रिकोणीय और बहुकोणीय मुकाबला है और सभी प्रत्याशी मतदाताओं को रिझाने के अपने प्रचार में जुटे हैं।
श्रीनगर में अपने फरमान के नाकाम होने से हताश आतंकियों ने आज डाउन-टाउन में नौहट्टा व उसके साथ सटे इलाकों में धमकी भरे पोस्टर अपने कारिंदों की मदद से स्थानीय मस्जिदों की दीवारों और बिजली के खंभों पर चस्पा कराए। कई लोगों के घरों की दीवारों और दरवाजों पर भी यह पोस्टर चिपके हुए थे। इन पोस्टरों के पाए जाने की बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई और उसने इन पोस्टरों को अपने कब्जे में ले लिया।
उर्दू में लिखे यह पोस्टर हिजबुल मुजाहिदीन के स्वयंभू डिवीजनल कमांडर द्वारा जारी किए गए हैं। इन पोस्टरों में कहा गया है कि उनके पास सुरक्षाबलों के लिए काम करने वाले सभी मुखबिरों और निकाय व पंचायत चुनावों में भाग ले रहे सभी उम्मीदवारों की पूरी जानकारी है। आतंकी कमांडर ने कश्मीर में हिंदुस्तान के खिलाफ अपने आतंकी एजेंडे का जिक्र करते हुए उसे जिहाद व कश्मीर की आजादी की जंग करार दिया है।
आतंकी कमांडर ने कहा कि एक तरफ कश्मीर के नौजवान अपनी जान की कुर्बानी कश्मीर की आजादी के लिए दे रहे हैं और दूसरी तरह कुछ कौम के गद्दार हिन्दुस्तान को मजबूत करने के लिए इलेक्शन में हिस्सा ले रहे हैं। हमने पहले भी कई बार इन लोगों को खबरदार किया है। यह हमारी आखिरी चेतावनी है और हम सभी को 10 घंटे का समय देते हैं कि वह स्थानीय मस्जिदों में जाकर चुनाव प्रक्रिया से हटने का ऐलान करें, अन्यथा वह हमारे हाथों मारे जाएंगे।
बीते एक माह के दौरान आतंकी संगठन द्वार चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने वालों के नाम धमकी भरे पोस्टर जारी किए जाने के लगभग एक दर्जन मामले प्रकाश में आए हैं। बीते सप्ताह पुलिस ने त्राल में हिज्ब के तीन लोगों को पकड़ा था जो अवंतीपोरा, पांपोर व उसके साथ सटे इलाकों में इस तरह की पोस्टर जारी कर रहे थे। दो दिन पहले इसी तरह की धमकी भरे पोस्टर उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में भी पाए गए थे।