श्रीनगर। कश्मीर में सुरक्षाबलों को गुरुवार को उस समय बड़ी कामयाबी मिली जब एक मुठभेड़ में अमरनाथ यात्रियों पर हमले के मास्टरमाइंड आतंकी को ढेर कर दिया। सुरक्षाबलों ने नौगाम के अरीगाम इलाके में अबू इस्माइल को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। मुठभेड़ में इस्माइल का एक सहयोगी भी मारा गया। इस्माइल लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर था और उसी ने अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमले की पूरी साजिश रची थी।
10 जुलाई को सावन महीने के पहले सोमवार को रात में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने अमरनाथ यात्रियों की बस पर हमला किया था। इस हमले में 8 तीर्थयात्रियों की मौत हुई थी। अब सुरक्षाबलों ने हमले के मास्टरमाइंड अबू इस्माइल को ढेर कर दिया है। जम्मू कश्मीर पुलिस ने इसे पुलिस और सुरक्षाबलों की बड़ी उपलब्धि बताया है।
अबू साउथ कश्मीर के युवाओं में लोकप्रिय था। वह हमेशा अपने साथ 5 लोगों का गिरोह लेकर चलता था जबकि करीब दो दर्जन से ज्यादा आतंकी छिपकर उसकी मदद करते थे। अमरनाथ हमले में भी उसने इसी टीम का इस्तेमाल किया था। बाइक सवार अपने ग्रुप के चार लोगों के साथ उसने यात्रियों पर हमला किया था और घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गया था।
घाटी में पिछले साल हुई बैंक लूट की कम से कम चार वारदात में इस्माइल का नाम सामने आया था। खुफिया जानकारी के मुताबिक, अक्टूबर के महीने में कुलगाम में बैंक लूट, नवंबर के महीने में बड़गाम बैंक लूट और दिसंबर के महीने में पुलवामा में दो बैंक लूट की घटना में सीधे तौर पर उसकी भूमिका सामने आई थी।
अमरनाथ यात्रियों की बस पर हमले के मास्टरमाइंड इस्माइल की तलाश कई दिनों से चल रही थी। बटमालू तथा आसपास के इलाकों में मौजूदगी की सूचना पर कई स्थानों पर छापेमारी भी की गई थी। अमरनाथ श्रद्धालुओं पर हुए हमले में 8 लोग मारे गए थे। अबू दुजाना के मारे जाने के बाद इस्माइल को लश्कर कमांडर बनाया गया था।
अबू इस्माइल पर 10 लाख रुपए का इनाम था। 24 वर्ष का इस्माइल पाकिस्तान का नागरिक था और दो वर्ष पहले दक्षिण कश्मीर में घुसपैठिए के तौर पर दाखिल हुआ था। इस्माइल कश्मीर में अति सक्रिय हिजबुल मुजाहिदीन के कई नेताओं के करीब था।