जम्मू। गणतंत्र दिवस पर कुछ बड़ा करने के इरादों से आतंकियों ने अपनी गतिविधियों को तेज किया है। यही नहीं पाक सेना आतंकियों की घुसपैठ करवाने की भी जी तोड़ कोशिशों में जुटी है, पर सुरक्षाबलों द्वारा उनके सभी प्रयासों को नाकाम बनाया जा रहा है।
पिछले एक सप्ताह में करीब तीन स्थानों पर आतंकियों ने आईईडी लगाकर कहर बरपाने की कोशिश की है। इसी तरह से आधा दर्जन ठिकानों से हथियार व गोला-बारूद भी बरामद किया गया है। अधिकारी दावा करते थे कि अधिकतर बरामदगियों का इस्तेमाल गणतंत्र दिवस पर तबाही मचाने के लिए किया जाना था। वैसे यह कोई पहला अवसर नहीं था कश्मीर में कि गणतंत्र दिवस से पहले इस प्रकार की बरामदगियों को लेकर इस प्रकार के दावे किए जाते रहे हों।
पर यह सच था कि पाकिस्तान गणतंत्र दिवस पर कुछ बड़ा करने का दबाव आतंकियों पर डाल रहा था। खुफिया अधिकारी ऐसे संदेशों को पकड़े जाने का दावा करते थे कि कश्मीर में एक्टिव आतंकियों को जम्मू या श्रीनगर के शहरों में कुछ बड़ा करने के लिए उकसाया जा रहा था।
इसकी खातिर सीमा पार से घुसपैठ की नाकाम कोशिशें भी की जा रही थीं ताकि कश्मीरी आतंकियों को नए साथी और गोला-बारूद पहुंचाया जा सके। जम्मू फ्रंटियर के सांबा सेक्टर में एक सप्ताह में करीब 4 बार आतंकी घुसने की सूचनाएं मिलने के बाद व्यापक तलाशी अभियान छेड़े जा चुके हैं।
सूत्र दावा करते थे कि आतंकियों का निशाना हमेशा ही जम्मू-पठानकोट नेशनल हाईवे पर स्थित सैनिक प्रतिष्ठान रहे हैं। अतीत में ऐसा कई बार हो चुका है क्योंकि सांबा सेक्टर में इंटरनेशल बार्डर और रेल लाइन के बीच कहीं दूरी मात्र 2 किमी की है तो कहीं नेशनल हाईवे मात्र 10 किमी की दूरी पर है, जिसका आतंकी हमेशा फायदा उठाते रहे हैं।